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गंगा तट पर मिलती है असीम शांति: आडवाणी

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने भाजप

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Apr 2018 07:53 PM (IST)Updated: Fri, 06 Apr 2018 07:53 PM (IST)
गंगा तट पर मिलती है असीम शांति: आडवाणी
गंगा तट पर मिलती है असीम शांति: आडवाणी

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने भाजपा के 38वें स्थापना दिवस पर परमार्थ निकेतन पहुंचकर मां गंगा का आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के त्याग, सेवा, समर्पण और निष्ठा से ही आज भाजपा विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक संगठन बना है। उन्होंने सभी से राष्ट्र भक्ति व राष्ट्र सेवा को अपना प्रथम लक्ष्य बनाने का आह्वान किया।

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शुक्रवार को पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी अपनी पुत्री प्रतिभा आडवाणी, पुत्र जयंत आडवानी, पुत्रवधू गीतिका व अन्य परिवारजनों के साथ परमार्थ निकेतन पहुंचे। परमार्थ निकेतन आगमन पर गुरुकुल के ऋषिकुमारों ने सभी आगंतुकों का मंत्रोच्चार व पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी व उनके परिजनों ने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज से मुलाकात कर मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि अíपत की। इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती व लालकृष्ण आडवाणी के बीच पर्यावरण प्रदूषण, निर्मल व अविरल गंगा के अस्तित्व में आने वाली चुनौतियों के विषय पर गहन चर्चा हुई। साथ ही मां गंगा, गंगोत्री ग्लेशियर से गंगा सागर तक गंगा के तटों को हरा-भरा बनाने एवं दोनों ओर के क्षेत्रों को पूर्ण रूप से खुले में शौच से मुक्त करने, हर परिवार को मिले मकान एवं पराली जलाने से हो रहे प्रदूषण को समाप्त करने पर विचार विमर्श किया। पत्रकारों से बातचीत में लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि गंगा के तट पर आकर उन्हें असीम शांति मिलती है। यह स्थान उनकी दिवंगत पत्नी कमला आडवाणी की यादों से भी जुड़ा है और उन्हीं की प्रेरणा से वह सबसे पहले यहां आए थे। उन्होंने कहा कि वह व उनके परिवारजन यहां आकर उनकी यादों को करीब से महसूस कर पाते हैं।

इस अवसर पर उन्होंने परमार्थ निकेतन आश्रम स्थित योगा विलेज की रूद्राक्ष ध्यान वाटिका में एक वर्ष पूर्व स्वर्गीय कमला आडवानी की स्मृति में रोपित किए गए रूद्राक्ष के पौधों का अवलोकन भी किया। स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने दिवंगत कमला आडवानी को याद करते हुए कहा कि वह ममता और करूणा की मूíत थी। वह लालकृष्ण आडवानी की सहधर्मिणी ही नहीं बल्कि पग-पग पर साथ देने वाली मार्गदर्शिका भी थी। उन्होंने कहा कि भाजपा व भारत को शिखर पर ले जाने में लालकृष्ण आडवानी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। राजनीतिक गलियारों से लेकर सामाजिक कार्यो में उनका उत्कृष्ठ योगदान रहा। उन्होंने सदैव एक कुशल मार्गदर्शक एवं प्रेरक की भूमिका निभाई है। इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती व साध्वी भगवती सरस्वती ने लालकृष्ण आडवाणी व उनके परिजनों को रुद्राक्ष का पौधा भेंट किया।


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