दूर नहीं हुई किशोर की नाराजगी, प्रदेश प्रभारी को बताई पीड़ा
राज्यसभा चुनाव की फुलप्रूफ रणनीति को अंजाम देने में मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस भले ही जुटे हों, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की नाराजगी दूर नहीं हो पाई है।
देहरादून [राज्य ब्यूरो]: राज्यसभा चुनाव की फुलप्रूफ रणनीति को अंजाम देने में मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस भले ही जुटे हों, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की नाराजगी दूर नहीं हो पाई है। मुख्यमंत्री के करीबियों में शुमार किशोर उपाध्याय नए हालात में अपनी सियासी जमीन पर मंडरा रहे खतरे से बेचैन हैं। कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी और राष्ट्रीय महामंत्री मुकुल वासनिक के दौरे के दौरान सक्रिय रहने के बावजूद किशोर की नाराजगी बदस्तूर बनी रही। प्रदेश अध्यक्ष ने अंबिका सोनी के सामने भी पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मान का मुद्दा उठाया।
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प्रदेश सरकार पर 55 दिन के सियासी संकट के दौरान मजबूती से साथ खड़े रहे प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय पार्टी के अहम फैसलों में उपेक्षा से खिन्न हैं। राज्यसभा सीट के लिए प्रत्याशी चयन में जब किशोर उपाध्याय प्रदेश संगठन की ओर से प्रस्तावित किए गए अपने नाम को वापस ले रहे थे, उस वक्त कांग्रेस हाईकमान पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा का नाम फाइनल करने में जुटा था।
टिहरी से विधायक और पीडीएफ के मंत्री दिनेश धनै का सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि कांग्रेस की अंदरूनी सियासत में दखल बढ़ने से किशोर खफा चल रहे हैं। किशोर टिहरी से विधायक रह चुके हैं। बीते रोज उन्होंने टिहरी में जनसभा में चुनाव लड़ने का बयान देकर सरकार की मुश्किलें बढा दी थीं।
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राज्यसभा चुनाव में पार्टी में बढ़ती रार थामने को दिल्ली से दून पहुंची प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी और मुकुल वासनिक की जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर अगवानी को किशोर पदाधिकारियों संग पहुंचे। रास्ते में उन्होंने प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी के सामने पार्टी कार्यकर्ताओं का दुख-दर्द भी रखा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मान की रक्षा की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मंत्री हों या नौकरशाह, कांग्रेस जिलाध्यक्षों को अगर उनसे मुलाकात में घंटों इंतजार करना पड़े तो इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विधायकों के साथ मुख्यमंत्री के न्यू कैंट स्थित आवास पर केंद्रीय नेताओं और मुख्यमंत्री की बैठक शुरू हुई तो प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ज्यादा देर नहीं टिके और प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय आ गए।
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बाद में मीडिया से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि पार्टी कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत निष्पक्ष न्यायाधीश के रूप में निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी का राज्यसभा चुनाव जीतना तय है, लेकिन जमीनी कार्यकर्ताओं की भावना को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। इससे अगले विधानसभा चुनाव में पार्टीं को मुश्किलें पेश आएंगी।
सार्वजनिक रूप से न जताएं नाराजगी
दून पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी ने कहा कि सीबीआइ मुख्यमंत्री हरीश रावत को अनावश्यक परेशान कर रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें वक्तव्यों के जरिये इसकी जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक रूप से नाराजगी जताने से बचा जाना चाहिए।
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मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी कहा कि भाजपा के पास धन बल वाला उम्मीदवार है। हालांकि, उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है।
पीएमओ में उपवास करेंगे धीरेंद्र
कांग्रेस नेता और पूर्व दर्जाधारी राज्यमंत्री धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि वह 18 जून को दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय पर एक दिनी सांकेतिक उपवास करेंगे। उन्होंने कहा कि नीति आयोग के ताजे आंकड़े राज्य के प्रति केंद्र सरकार के उपेक्षित रवैये को दर्शा रहे हैं। उत्तराखंड के बजट में करीब 13 फीसद की कमी आई है। इसके विरोध में वह सत्याग्रह करेंगे।
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