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उत्तराखंड: दिल्ली जा रही करीब चार दर्जन बसें किसान आंदोलन के चलते रास्ते से लौटी, यात्रियों की फजीहत

Farmers Protest किसान आंदोलन के चलते जग-जगह जाम लगाए जाने की घटना के चलते शुक्रवार को दून और हरिद्वार समेत कोटद्वार आदि से दिल्ली जाने वाली करीब चार दर्जन बसें आधे रास्ते से वापस लौट आईं। इससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 07:54 AM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 07:54 AM (IST)
उत्तराखंड: दिल्ली जा रही करीब चार दर्जन बसें किसान आंदोलन के चलते रास्ते से लौटी, यात्रियों की फजीहत
दिल्ली जा रही करीब चार दर्जन बसें किसान आंदोलन के चलते रास्ते से लौटी।

देहरादून, जेएनएन। किसान आंदोलन के चलते जग-जगह जाम लगाए जाने की घटना के चलते शुक्रवार को दून और हरिद्वार समेत कोटद्वार आदि से दिल्ली जाने वाली करीब चार दर्जन बसें आधे रास्ते से वापस लौट आईं। इससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। इसके बाद दिल्ली की तरफ बसों का संचालन देर शाम तक रोक दिया गया। हालांकि, रात को संचालन फिर सुचारू हो गया। 

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कृषि बिल के विरोध में किसानों के उग्र आंदोलन का असर शुक्रवार को उत्तराखंड में भी देखने को मिला। दून-दिल्ली हाइवे पर बिहारीगढ़ में किसानों ने जाम लगाकर यातायात ठप कर दिया। जिसके चलते दून से दिल्ली, सहारनपुर, मेरठ आदि के लिए निकली रोडवेज बसें घंटों जाम में फंसने के बाद बीच रास्ते से लौट आईं। यही स्थिति हरिद्वार, रुड़की, ऋषिकेश व कोटद्वार डिपो से दिल्ली की तरफ जाने वाली बसों की भी रही। 

ये बसें भी रास्ते में जगह-जगह जाम लगने के कारण वापस लौट आईं। रोडवेज मुख्यालय के मुताबिक सुबह से दोपहर के बीच चार दर्जन बसें वापस लौटीं। हालांकि कुमाऊं क्षेत्र से बसों के लौटने की सूचना नहीं मिली है। रोडवेज महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि रात को संचालन सुचारू हो गया। बसें दिल्ली आइएसबीटी तक भी जा रहीं, लेकिन आइएसबीटी बंद होने की वजह से यात्रियों को बस अड्डे के बाहर ही छोड़ा जा रहा। आने वाले यात्रियों को भी बस अड्डे के बाहर से ही बैठाया जा रहा। चालक-परिचालकों को आदेश दिया गया कि जबरदस्ती दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश न करें। बसें जहां तक सुरक्षित पहुंच सकती हैं, वहां तक ले जाएं। 

चंडीगढ़, पंजाब की तरफ संचालन बंद

किसानों के उग्र आंदोलन की वजह से शुक्रवार को रोडवेज मुख्यालय ने चंडीगढ़ और पंजाब समेत हरियाणा के लिए बसों का संचालन पूरी तरह रोक दिया। लुधियाना के साथ-साथ अंबाला, जालंधर, पानीपत और रोहतक आदि जाने वाली बसें डिपो में खड़ी रहीं। मुख्यालय ने किसान आंदोलन समाप्त होने की स्थिति में बसों का संचालन दोबारा करने के आदेश दिए हैं। बसों का संचालन न होने से सैकड़ों यात्रियों को अपनी यात्रा स्थगित करनी पड़ी। ऑनलाइन बुकिंग कर चुके यात्रियों को रिफंड किया गया। 

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