खिलाड़ियों को किट मिली न विजेताओं को पुरस्कार, जानिए
खिलाड़ियों का आरोप है कि विभाग की तरफ से उन्हें न किट मिली और ट्रैक सूट। हद तो तब हो गई जब ब्लॉक स्तर के विजेताओं ने बताया कि अभी तक उन्हें नकद पुरस्कार राशि नहीं दी गई है।
देहरादून, जेएनएन। खेल महाकुंभ में एक तरफ मुख्यमंत्री खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने में कोई कसर नहीं छोड़ने का विश्वास दिला रहे हैं, वहीं दूसरी ओर खेल मंत्री के ही गृह जनपद के खिलाड़ी विभागीय मदद न मिलने के कारण उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। ऊधमसिंहनगर के खिलाड़ियों का आरोप है कि विभाग की तरफ से उन्हें न किट मिली और ट्रैक सूट। हद तो तब हो गई जब ब्लॉक स्तर के विजेताओं ने बताया कि अभी तक उन्हें नकद पुरस्कार राशि नहीं दी गई है। यह सुनकर खेल मंत्री भी निरुत्तर नजर आए।
ऊधमसिंहनगर के करीब 10 खिलाड़ी खेल मंत्री का घेराव करने पहुंच गए। उन्होंने बताया कि खेल महाकुंभ में प्रतिभाग करने वाले हर जिले के खिलाड़ियों को विभाग द्वारा ट्रैक सूट व किट दी जाती है। लेकिन, उनके जिले में किसी भी खिलाड़ी को विभागीय मदद नहीं मिली। ऊधमसिंह नगर से करीब 60 खिलाड़ियों का दल पहुंचा है। सभी खिलाड़ियों ने अपने खर्चे पर सामान खरीदा। जबकि अधिकांश की आर्थिक स्थिति कमजोर है।
इस पर खेल मंत्री ने संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगने की बात कही और यदि विभाग स्तर पर लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने का भरोसा दिया। घेराव करने वालों में कल्पना, सबा, शगुन, रफीक, राकेश, नेहा, इमरान समेत कई अन्य शामिल थे।
पिछले साल की पुरस्कार राशि भी नहीं मिली
खिलाड़ियों ने कहा कि उनके जिले में पिछले खेल महाकुंभ के ब्लॉक, जिला स्तरीय प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कार राशि नहीं मिली है। वे कई बार विभाग के अधिकारियों को बैंक खाता समेत अन्य दस्तावेज उपलब्ध करा चुके हैं। अधिकारी हर बार चक्कर कटवाते रहते हैं। बता दें कि पिछले वर्ष तक पुरस्कार की नकद राशि खिलाड़ियों के बैंक खाते में भेजी जाती थी।
बजट न होने का हवाला दे रहे अधिकारी
जिला युवा कल्याण अधिकारी मोहन सिंह नगन्याल ने कहा कि खिलाड़ियों को किट व ट्रैक सूट नहीं मिल पाए हैं। उन्होंने इसके पीछे जिला योजना में बजट न होने का हवाला दिया है। कहा कि खिलाड़ियों को के लिए पैसा जिला योजना की बैठक में ही स्वीकृत होता है।
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