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निजी दौरे पर देहरादून पहुंचे केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, बोले; धर्म वह नहीं जो किताबों में लिखा है

निजी दौरे पर दून पहुंचे केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का यहां भव्य स्वागत किया गया। दून में वह उत्तराखंड राज्य हज कमेटी के अध्यक्ष शमीम आलम के आवास पर पहुंचे। यहां राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल विधायक हरबंस कपूर विनोद चमोली खजान दास ने शिष्टाचार भेंट की ।

By Sumit KumarEdited By: Published: Sun, 21 Feb 2021 10:47 PM (IST)Updated: Sun, 21 Feb 2021 10:59 PM (IST)
निजी दौरे पर देहरादून पहुंचे केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, बोले; धर्म वह नहीं जो किताबों में लिखा है
निजी दौरे पर दून पहुंचे केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का यहां भव्य स्वागत किया गया।

जागरण संवाददाता, देहरादून: निजी दौरे पर दून पहुंचे केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का यहां भव्य स्वागत किया गया। दून में वह उत्तराखंड राज्य हज कमेटी के अध्यक्ष शमीम आलम के आवास पर पहुंचे। यहां राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, विधायक हरबंस कपूर, विनोद चमोली, खजान दास समेत तमाम जनप्रतिनिधियों ने राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान राज्यपाल ने तस्मिया होली कुरान लाइब्रेरी का भ्रमण किया और यहां अलग-अलग रूप में प्रदर्शित की गई कुरान का अवलोकन किया।

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रविवार को दून आगमन पर किए गए स्वागत समारोह में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ने सद्भावना का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि धर्म वह नहीं है जो किताबों में लिखा है या मंदिर, मस्जिद में धार्मिक कर्मों के साथ खत्म हो जाता है। वास्तविक धर्म है अपने पड़ोसी की मदद करना। अपने आसपास के परिवेश के लोगों की मदद करना ही धर्म है। उन्होंने यह भी कहा कि पद बड़ा नहीं होता है। उपेक्षित वर्ग की सेवा करना बड़ा कार्य है। राज्यपाल खान ने स्पष्ट किया कि वह राजनीतिक पृष्ठभूमि के तहत कोई कार्य नहीं करते हैं, बल्कि मानवता धर्म व देश की संस्कृति को आगे बढ़ाने की भावना के तहत काम करते हैं। वहीं, पं. दीनदयाल उपाध्याय सेवा प्रतिष्ठान ने राज्यपाल के सम्मान में अभिनंदन पत्र प्रस्तुत किया।

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पद्मश्री सम्मान के लिए सेल, आवेदन की जरूरत

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि पद्मश्री सम्मान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दर्शन की झलक मिलती है। एक उदाहरण प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि एक दफा प्रधानमंत्री कार्यालय से सम्मान के लिए ऐसे व्यक्ति का नाम भेजा गया, जिसने अपनी मां को अस्पताल पहुंचाने के लिए बाइक पर ही अस्थायी व्यवस्था कर दी थी। क्योंकि स्थिति आपात थी और कोई वाहन उपलब्ध नहीं था। पद्मश्री सम्मान के लिए विशेष सेल बनाया गया है और विशिष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को यहां आवेदन करना चाहिए।

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