Move to Jagran APP

उत्तराखंड: कर्मकार कल्याण बोर्ड से सत्याल की छुट्टी, शासन ने किया बोर्ड का पुनर्गठन; इन्हें बनाया गया अध्यक्ष

लंबे समय से विवादों में चल रहे उत्तराखंड कर्मकार कल्याण बोर्ड से शमशेर सिंह सत्याल की छुट्टी कर दी गयी है। इसके साथ ही शासन ने बोर्ड का पुनर्गठन भी कर दिया है। इस विवाद के चलते सरकार की लंबे समय से किरकिरी हो रही थी।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Wed, 29 Sep 2021 11:52 PM (IST)Updated: Wed, 29 Sep 2021 11:52 PM (IST)
उत्तराखंड: कर्मकार कल्याण बोर्ड से सत्याल की छुट्टी, शासन ने किया बोर्ड का पुनर्गठन; इन्हें बनाया गया अध्यक्ष
उत्तराखंड कर्मकार कल्याण बोर्ड से सत्याल की छुट्टी।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। Karmkar Board Controversy उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल की बोर्ड से छुट्टी कर दी गई है। साथ ही शासन ने बोर्ड का पुनर्गठन भी कर दिया है। सचिव श्रम हरबंस सिंह चुघ को बोर्ड के अध्यक्ष और पीसीएस डा अभिषेक त्रिपाठी को सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही बोर्ड को लेकर सत्याल और श्रम मंत्री डा हरक सिंह रावत के मध्य छिड़ी रार के अब खत्म होने के आसार हैं।

loksabha election banner

कर्मकार कल्याण बोर्ड पिछले साल अक्टूबर में तब सुर्खियों में आया, जब तत्कालीन त्रिवेंद्र सरकार ने बोर्ड के अध्यक्ष की जिम्मेदारी देख रहे श्रम मंत्री डा हरक सिंह रावत से यह जिम्मा वापस ले लिया था। साथ ही तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के करीबी माने जाने वाले शमशेर सिंह सत्याल को अध्यक्ष बना दिया गया। इस पर श्रम मंत्री ने सख्त नाराजगी जताई थी, लेकिन तब सरकार के निर्णय के अनुरूप शासन ने बोर्ड का पुनर्गठन कर दिया था।

बोर्ड के सचिव की जिम्मेदारी देख रही दमयंती रावत को भी उनके मूल विभाग में भेज दिया गया था। इसके बाद सत्याल की अध्यक्षता वाले बोर्ड ने पिछले बोर्ड के सभी फैसले पलट दिए थे। साथ ही बोर्ड के तमाम कार्यों में नियमों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए इसका स्पेशल आडिट कराने का निर्णय लिया था। हालांकि, तब इसे टाल दिया गया था।

सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद तीरथ सरकार के कार्यकाल में बोर्ड की सचिव को हटाकर हरिद्वार की उपश्रमायुक्त को यह जिम्मा सौंपा गया। इस पर बोर्ड अध्यक्ष सत्याल ने आपत्ति जताई और तभी से दोनों के मध्य तलवारें खिंची थीं।

यही नहीं, बोर्ड को लेकर सत्याल और श्रम मंत्री भी एक-दूसरे के खिलाफ मुखर थे। इस बीच बोर्ड का मामला हाईकोर्ट में भी पहुंच गया। इस सबके चलते सरकार की किरकिरी हो रही थी। आखिरकार, धामी सरकार ने बोर्ड से सत्याल को हटाने का निर्णय लिया। श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने सत्याल को हटाए जाने की पुष्टि की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.