निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा की न्यायिक हिरासत 15 जनवरी तक बढ़ी
भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा मिश्रा की न्यायिक हिरासत कोर्ट ने 15 जनवरी तक के लिए बढ़ा दी।
देहरादून, जेएनएन। भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये विजिलेंस कोर्ट में पेशी हुई। अदालत ने सुनवाई के बाद मिश्रा की न्यायिक हिरासत 15 जनवरी तक के लिए बढ़ा दी। वहीं, मिश्रा की पत्नी श्वेता से बुधवार को पूछताछ नहीं हो सकी। एसएसपी विजिलेंस सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि अभी मिश्रा से जुड़े तमाम दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
बता दें, उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निलंबित कुलसचिव डा. मृत्युंजय मिश्रा को विजिलेंस ने तीन दिसंबर को उनके मोहिनी रोड स्थित आवास से गिरफ्तार कर अगले दिन विशेष न्यायाधीश की कोर्ट में पेश कर दिया था। जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार भेज दिया गया था।
उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि पूरी हो रही थी, इसे देखते हुए सुद्धोवाला जिला कारागार से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये विशेष न्यायाधीश विजिलेंस राजीव कुमार खुल्बे की अदालत में पेश किया गया। विजिलेंस के सरकारी अधिवक्ता जीसी पंचोली और बचाव पक्ष के अधिवक्ता आरिफ बेग को सुनने के बाद अदालत ने न्यायिक हिरासत 15 जनवरी तक के लिए बढ़ा दी। गौरतलब कि बीते 19 दिसंबर को मिश्रा की जमानत अर्जी पर सुनवाई हुई थी, लेकिन अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
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