जानकी सेतु के दोनों किनारों का हुआ मिलन
जनपद टिहरी के मुनिकीरेती को जनपद पौड़ी के स्वर्गाश्रम से जोड़ने वाले जानकी सेतु (पुल) का निर्माण में गुरुवार के रोज दोनों के किनारों को जोड़ दिया गया है। विभाग ने दोनों टावर के बीच डेक बिछाने के कार्य को पूरा कर लिया है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : जनपद टिहरी के मुनिकीरेती को जनपद पौड़ी के स्वर्गाश्रम से जोड़ने वाले जानकी सेतु (पुल) का निर्माण में गुरुवार के रोज दोनों के किनारों को जोड़ दिया गया है। विभाग ने दोनों टावर के बीच डेक बिछाने के कार्य को पूरा कर लिया है। बीते मंगलवार को मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग हरिराम शर्मा ने पुल निर्माण का मौका मुआयना करने के बाद अप्रैल अंत तक कार्य पूर्ण होने का दावा किया था।
जानकी सेतु में दोनों और गार्डर के टावर बनाने का काम तीन वर्ष पूर्व पूर्ण हो गया था। अन्य अड़चन के कारण कई बार कार्य प्रभावित हुआ। जिसके बाद विभाग के ने बीते वर्ष जून में नदी के दोनों किनारों के बीच डमी वायर बिछाने का काम पूरा कर लिया था। उसके बाद 20 वायर इसमें बिछाए जाने थे। एक वायर का वजन करीब पांच टन है। 26 अप्रैल से चार धाम यात्रा का शुभारंभ हो रहा है। इसके कुछ दिन बाद उनका निर्माण पूर्ण होने की उम्मीद है।
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तीन करोड़ की लागत 48.8 करोड़ हुई
पुल निर्माण की योजना वर्ष 2006 में तैयार हो गई थी। उस वक्त तीन करोड़ की लागत से बनने वाले पुल के लिए चार लाख रुपए टोकन मनी जारी हुई थी। बाद में पुल निर्माण का मामला ठंडे बस्ते में चला गया। करीब आठ वर्ष बाद वर्ष 2014 में उनका निर्माण कार्य शुरू हुआ। तब इसकी लागत लगभग 33 करोड़ थी। 31 मार्च 2016 को कार्य पूर्ण होना था मगर नहीं हुआ। कार्यदाई संस्था हिलवेज कंस्ट्रक्शन कंपनी ने रिवाइज बजट ना मिलने पर काम रोक दिया। दो वर्ष तक जानकी पुल का निर्माण अधर में लटका रहा। इस मामले में अपर मुख्य अध्यक्षता में गठित समिति ने पिछले वर्ष दिसंबर माह में रिपोर्ट तैयार की। इसके बाद इसका बजट बढ़कर और 48.8 करोड़ पहुंच गया।मुख्य सचिव शासन की अध्यक्षता में गठित व्यय वित्त समिति ने 31 दिसंबर 2018 को पुल के लिए बजट स्वीकृत करने के आदेश जारी किये थे।
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निर्माणाधीन पुल के डेक को जोड़ने का काम गुरुवार को पूरा हो गया है। अब इसमें शेष कार्य को पूर्ण करने के लिए तेजी के साथ कार्रवाई होगी। अप्रैल के अंत तक पुल का निर्माण पूर्ण कर लिया जाएगा।
- मोहम्मद आरिफ खान, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग नरेंद्र नगर