राष्ट्रीय खेल दिवस पर जसपाल राणा को द्रोणाचार्य और विशेष भृगुवंशी को अर्जुन पुरस्कार से नवाजा जाएगा
राष्ट्रीय खेल दिवस पर दून के जसपाल राणा को जहां द्रोणाचार्य पुरस्कार से नवाजा जाएगा वहीं विशेष भृगुवंशी को भारत सरकार ने अर्जुन पुरस्कार देने की घोषणा की है।
देहरादून, जेएनएन। इस वर्ष खेल जगत के दो बड़े पुरस्कार उत्तराखंड के खाते में आए हैं। आगामी 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस पर दून के जसपाल राणा को जहां द्रोणाचार्य पुरस्कार से नवाजा जाएगा, वहीं विशेष भृगुवंशी को भारत सरकार ने अर्जुन पुरस्कार देने की घोषणा की है। जसपाल राणा और विशेष भृगुवंशी की इस उपलब्धि से उनके स्वजन फूले नहीं समा रहे हैं। दोनों ही परिवारों में इन दिनों खुशी का माहौल है। बधाइयों का भी तांता लगा हुआ है।
देहरादून के रहने वाले मशहूर निशानेबाज जसपाल राणा जूनियर भारतीय पिस्टल टीम के मुख्य कोच हैं। देश को मनु भाकर, सौरभ चौधरी, अनीष भानवाला जैसे विश्वस्तरीय निशानेबाज देने के लिए उन्हें द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्होंने वर्ष 1995 के कॉमनवेल्थ गेम्स की शूटिंग चैंपियनशिप में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतकर गोल्डन ब्वॉय का तमगा हासिल किया था। जसपाल को निशानेबाजी का हुनर विरासत में मिला है। उनके पिता नारायण सिंह राणा भी जाने-माने निशानेबाज रहे हैं। वह बेटे की इस उपलब्धि पर बेहद खुश हैं। उन्होंने बताया कि इससे पूरे परिवार में खुशी का माहौल है।
जसपाल का प्रदर्शन किसी से छिपा नहीं रहा है। एक दिन उसे यह पुरस्कार मिलना ही था। पहले उसने शूटिंग में देश-प्रदेश का नाम रोशन किया। अब बतौर कोच भी वह ऐसा ही कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि छोटे बेटे सुभाष राणा भी पैरा खिलाड़ियों को ओलंपिक के लिए तैयार कर रहे हैं। उनके दिशा-निर्देशन में भी कई खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते हैं।
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बधाई देने के लिए स्वजनों व मित्रों के भी आ रहे फोन
भारतीय बास्केटबाल टीम के कप्तान विशेष भृगुवंशी मूल रूप से वाराणसी (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले हैं। वर्तमान में वह ओएनजीसी देहरादून में कार्यरत हैं। वर्ष 2017 में दून निवासी शैलजा असवाल से शादी करने के बाद विशेष ने दून में ही अपना आशियाना बना लिया। विशेष ने बताया कि खेल मंत्रालय से अर्जुन पुरस्कार दिए जाने का पत्र आने के बाद से परिवार में खुशी का माहौल है। बधाई देने के लिए स्वजनों व मित्रों के भी लगातार फोन आ रहे हैं। 29 अगस्त को उन्हें साई सेंटर लखनऊ में अवार्ड सेरेमनी के लिए बुलाया गया है। बकौल विशेष यह मेरे लिए गौरव का पल है। हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह देश के लिए खेलकर सर्वोच्च पुरस्कार प्राप्त करे।