Janmashtami Holiday Uttarakhand: उत्तराखंड में जन्माष्टमी के पर्व पर सार्वजनिक अवकाश गुरुवार की जगह शुक्रवार को
Janmashtami Public Holiday उत्तराखंड में जन्माष्टमी के पर्व पर सार्वजनिक अवकाश गुरुवार के स्थान पर शुक्रवार यानी 19 अगस्त को होगा। अवकाश में संशोधन के आदेश बुधवार को सामान्य प्रशासन प्रभारी सचिव विनोद कुमार सुमन ने जारी किए।
राज्य ब्यूरो, देहरादून : Janmashtami Public Holiday उत्तराखंड में जन्माष्टमी के पर्व पर सार्वजनिक अवकाश गुरुवार के स्थान पर शुक्रवार, यानी 19 अगस्त को होगा। अवकाश (Today Holiday Uttarakhand) में संशोधन के आदेश बुधवार को सामान्य प्रशासन प्रभारी सचिव विनोद कुमार सुमन ने जारी किए।
प्रदेश सरकार की ओर से दो दिसंबर, 2021 को जारी अवकाश सूची में जन्माष्टमी अवकाश 18 अगस्त को घोषित किया गया था। अवकाश (Janmashtami Holiday Uttarakhand) के संबंध में संशोधित आदेश में सरकार की ओर से कहा गया है कि हिंदू पंचांग के अनुसार जन्माष्टमी का त्योहार 19 अगस्त को मनाने की सूचना प्राप्त हुई है। ऐसी स्थिति में जन्माष्टमी अवकाश 19 अगस्त को घोषित किया गया है।
राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर दी बधाई
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई एवं शुभकामना दी है।
अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि जन्माष्टमी पर्व भगवान श्रीकृष्ण के जीवन चरित्र के बारे में जानने और उनके संदेशों के प्रति स्वयं को समर्पित करने का अवसर है। इस पावन दिवस पर हम सभी पूरी निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने और सच्चाई के मार्ग पर चलने का संकल्प लें।
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने मनुष्य को निष्काम कर्म के लिए सदैव समर्पित रहने, दीन-दुखियों एवं समाज के उपेक्षित वर्ग के कल्याण का संदेश दिया। उनका जीवन संपूर्ण मानव जाति को अधर्म, अन्याय एवं अत्याचार के विरुद्ध संघर्ष की प्रेरणा देता है।
ऋषिकेश: आध्यात्मिक कार्यशाला 26 से
इस्कान ऋषिकेश की ओर से 26 से 28 अगस्त तक तीन दिवसीय अध्यात्म कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। जिसमें भागवत गीता के सार को वैज्ञानिक आधार पर प्रस्तुत कर शंकाओं का समाधान किया जाएगा। संस्था से जुड़े पार्थ व रोहन ने बताया कि वीरभद्र मार्ग स्थित इस्कान मंदिर में 26 अगस्त से तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
सुखी और सफल जीवन के सूत्र विषय पर आयोजित कार्यशाला में श्रीमद भागवद् गीता के सार पर आधारित व्यवस्थित और वैज्ञानिक प्रस्तुतिकरण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि तीनों दिन यह कार्यशाला सायं छह बजे से आठ बजे तक आयोजित की जाएगी।
Janmashtami In Uttarakhand: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 18 या 19 अगस्त को? पढ़ें सही तारीख और शुभ मुहूर्त