उत्तराखंड में अब तेजी पकड़ेगा जल जीवन मिशन, शासन ने 100 जेई की तैनाती को दी मंजूरी
उत्तराखंड में जल जीवन मिशन के तहत हर घर को जल संयोजन से जोड़ने के लिए चल रही मुहिम अब तेजी से परवान चढ़ेगी। नई पेयजल योजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने समेत अन्य कार्यों में आ रही कठिनाइयां जल्द ही दूर हो जाएंगी।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड में जल जीवन मिशन के तहत हर घर को जल संयोजन से जोड़ने के लिए चल रही मुहिम अब तेजी से परवान चढ़ेगी। नई पेयजल योजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने समेत अन्य कार्यों में आ रही कठिनाइयां जल्द ही दूर हो जाएंगी। इस क्रम में शासन ने जल संस्थान व पेयजल निगम को उपनल के माध्यम से सौ अवर अभियंता (जेई) की तैनाती को हरी झंडी दे दी है। अपर सचिव एवं पेयजल निगम के प्रबंध निदेशक उदयराज सिंह ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि लोक सेवा आयोग से भी पेयजल निगम को 79 नए जेई मिल गए हैं।
केंद्र के महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर को स्वच्छ एवं पर्याप्त जलापूर्ति के लिए उसे जल संयोजन से जोड़ा जा रहा है। राज्य में इसका द्वितीय चरण भी शुरू हो चुका है, लेकिन मिशन से जुड़ी योजनाओं की डीपीआर तैयार करने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। वजह यह कि पेयजल निगम और जल संस्थान के पास अवर अभियंताओं का भारी टोटा है। इसे देखते हुए पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने आउटसोर्सिंग पर जेई रखने और मिशन से मुख्य रूप से जुड़े पेयजल निगम में अवर अभियंताओं के रिक्त पदों को भरने के लिए आयोग को अधियाचन भेजने के निर्देश दिए थे।
शासन ने उपनल के माध्यम से पेयजल निगम में 45 और जल संस्थान में 55 अवर अभियंताओं की तैनाती के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। इस पर निगम व संस्थान की ओर से उपनल को प्रस्ताव भी भेज दिया गया। बताया गया कि उपनल से ये 100 जेई हफ्तेभर के भीतर उपलब्ध हो जाएंगे। यही नहीं, पेयजल निगम में अवर अभियंताओं के रिक्त 230 पदों पर भर्ती के लिए आयोग को अधियाचन भेजा गया था। इसमें से निगम को 79 नए जेई मिल गए हैं, जबकि शेष 15 अगस्त तक मिल जाएंगे। निर्माण कार्यों की अहम धुरी अवर अभियंताओं की पूर्ति होने से अब मिशन के कार्यों में तो तेजी आएगी ही, पेयजल निगम व जल संस्थान के निर्माण से संबंधित कार्य भी दु्रत गति से आगे बढ़ेंगे।
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