आइएसबीटी पर नए फ्लाईओवर पर जनवरी से आवाजाही
आइएसबीटी के पास वाई शेप फ्लाईओवर एक गार्डर निर्माण में देरी से अटका हुआ है, यह काम पूरा होने में अभी एक माह से अधिक समय लग सकता है। ऐसे में जनवरी अंत तक इस पर आवाजाही शुरू हो सकेगी।
जागरण संवाददाता, देहरादून: आइएसबीटी के पास वाई शेप फ्लाईओवर एक गार्डर निर्माण में देरी से अटका पड़ा है। इससे फ्लाईओवर पर आवाजाही अब जनवरी के बाद ही शुरू हो सकेगी। पहले मुख्यमंत्री ने दिसंबर अंत तक इस पर आवाजाही कराने की बात कही थी। लेकिन, निर्माण की धीमी गति से यह संभव नहीं हो पाया। विभाग का दावा है कि जनवरी अंत तक कार्य पूर्ण कर इसे शुरू कर दिया जाएगा।
आइएसबीटी क्षेत्र में जाम से निजात दिलाने को पूर्व निर्मित फ्लाईओवर के साथ जोड़कर वाई शेप में एक नया फ्लाईओवर प्रस्तावित था। इस पर 2017 में काम शुरू हुआ तो विभाग ने एक साल के भीतर बनाने का दावा किया था। मगर, डेढ़ साल से ज्यादा समय बीतने के बाद भी फ्लाईओवर का काम पूरा नहीं हो सका। स्थिति यह है कि पिछले छह माह से एक गार्डर चढ़ाने का काम अटका हुआ है। हालांकि, फ्लाईओवर लगभग पूरी तरह तैयार है, लेकिन पुराने फ्लाईओवर से जोड़ने वाला गार्डर न चढ़ पाने के कारण इस पर आवाजाही शुरू नहीं हो पाई है। हद तो यह है कि मुख्यमंत्री ने डाटकाली सुरंग और मोहकमपुर आरओबी के लोकार्पण के दौरान दिसंबर में आइएसबीटी फ्लाईओवर पर भी आवाजाही कराने की बात कही थी। लेकिन, अफसरों की लापरवाही से यहां निर्माण कार्य सुस्त रफ्तार से चल रहा है। अब अफसर जनवरी अंत तक आवाजाही कराने का दावा कर रहे हैं। 20 करोड़ से ज्यादा खर्च
आइएसबीटी में वाई शेप फ्लाईओवर निर्माण के लिए 29 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ था। इसमें से 20 करोड़ निर्माण पर खर्च हो गए हैं। पांच करोड़ से ज्यादा के बिल स्वीकृति के लिए लगे हैं। लेकिन, अभी काम 20 फीसद बाकी है। करीब पांच सौ मीटर लंबे इस फ्लाईओवर निर्माण में डेढ़ साल का समय लगने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। फ्लाईओवर का काम अंतिम चरणों में है। बजट की कोई कमी नहीं है। एक गार्डर चढ़ाया जाना शेष रह गया है। अगले माह तक आवाजाही कराए जाएगी।
हरिओम शर्मा, चीफ इंजीनियर नेशनल हाईवे