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सतपाल महाराज ने सिंचाई विभाग की बैठक, मांगों पर दिया सकारात्मक आश्वासन

विधानसभा सभागार में आज सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने सिंचाई विभाग कर्मचारी महासंघ और 16 घटक की विभिन्‍न मांगों को सुना। मंत्री ने उनकी मांगों पर सकारात्मक आश्वासन दिया।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 07 Sep 2017 06:51 PM (IST)Updated: Thu, 07 Sep 2017 09:23 PM (IST)
सतपाल महाराज ने सिंचाई विभाग की बैठक, मांगों पर दिया सकारात्मक आश्वासन
सतपाल महाराज ने सिंचाई विभाग की बैठक, मांगों पर दिया सकारात्मक आश्वासन

देहरादून, [जेएनएन]: सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने सिंचाई विभाग कर्मचारी महासंघ और 16 घटक की विभिन्‍न मांगों पर सकारात्‍मक आश्‍वासन दिया।

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प्रदेश के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने विधानसभा सभागार में सिंचाई विभाग की बैठक की। बैठक में सिंचाई विभाग कर्मचारी महासंघ और 16 घटक ने विभाग और सेवा संबंधी 28 सुत्री मांग रखी। इस संबंध में मंत्री ने कहा समस्त मांगों का परीक्षण और सकारात्मक दृष्टिकोण रख कर समस्या का हल किया जाएगा। उन्होंने इस बैठक को सदभावनापूर्ण बताते हुए कहा सिंचाई विभाग में अनेक सम्भावनाएं और क्षमता है। सिंचाई विभाग के कार्यों की प्रशांसा करते हुए कहा कि सिंचाई विभाग का व्यापक उपयोग राजकीय हित में किया जाएगा।

प्रमुख मांगों में कहा गया कि उत्तराखंड के जल विद्युत परियोजनाओं पर विशेष फोकस किया जाए। जमरानी, सांग बांध, लखवाड़ परियोजना के कार्य सिंचाई विभाग से कराया जाए। इस संबंध में आश्वासन दिया गया कि मुख्यमंत्री से वार्ता कि जाएगी। प्रमुख मांगों में परियोजना विकास निगम-आराकोट-त्यूनी, त्यूनी प्लासो के लिए धन आवंटन किया जाए। इस पर सकारात्मक आश्वासन दिया गया। 

मांग रखी गई कि सिंचाई विभाग के कालोनी में अवैध कब्जा है तथा भवन की स्थिति जीर्णशीर्ण है। अतः अवैध कब्जा हटाया जाए तथा भवन की स्थिति ठीक कराई जाए तथा यदि गैर विभागीय को भवन आवंटित होता है तो उससे व्यवसायिक दर पर किराया लिया जाए। इस पर सकारात्मक आश्वासन दिया गया। 

मांग में 1843 में स्थापित राजकीय उद्योगशाला से अन्य विभाग के कार्य किये जाने की मांग रखी गई। आश्वासन में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लाने को कहा गया। मांग में सिंचाई अनुसंधान विभाग रुड़की से विभाग सहित, अन्य विभागों के कार्य की भी टेस्टिंग कार्य कराए जाएंगे। इस पर सकारात्मक आश्वासन दिया गया। 

मांग में कहा गया झीलों का अनुरक्षण सिंचाई विभाग करता है, परन्तु उपयोग मत्स्य विभाग करता है अतः इससे प्राप्त राजस्व सिंचाई विभाग को प्राप्त होनी चाहिए। इस पर आनुपतिक आधार, प्रतिशत पर राजस्व बंटवारे पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। मांग में तीन घटक संघ के पदनाम परिवर्तन-मेड संघ, भण्डारपाल संघ, इंजीनियर ड्राइंग संघ की मांग रखी गई इस पर सकारात्मक आश्वासन दिया गया। इस दौरान प्रमुख सचिव सिंचाई आनन्द बर्द्धन, प्रदेश अध्यक्ष सिंचाई कर्मचारी महासंघ रमेश रमोला, महामंत्री पूर्णानन्द नौटियाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कुलदीप शर्मा आदि मौजूद थे।

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