प्रेमनगर के आरकेडिया टी एस्टेट का भू उपयोग बदलने पर बैठाई जांच, सीएम धामी ने गंभीरता से लिया मामला
मुख्यमंत्री कार्यालय को शिकायत मिली थी कि एक हजार एकड़ से ज्यादा भूमि में फैले आरकेडिया टी एस्टेट में चाय के बजाय गेहूं धान सब्जी की फसलें उगाई जा रही हैं। नियमानुसार टी एस्टेट की भूमि में चाय के अलावा न तो अन्य कोई फसल उगाई जा सकती है
राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रेमनगर क्षेत्र में स्थित आरकेडिया टी-एस्टेट का भू उपयोग बदलने की शिकायत को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय तक शिकायत पहुंचने पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं। इस पर सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगौली ने डीएम देहरादून से रिपोर्ट तलब की है।
मुख्यमंत्री कार्यालय को शिकायत मिली थी कि एक हजार एकड़ से ज्यादा भूमि में फैले आरकेडिया टी एस्टेट में चाय के बजाय गेहूं, धान, सब्जी की फसलें उगाई जा रही हैं। नियमानुसार टी एस्टेट की भूमि में चाय के अलावा न तो अन्य कोई फसल उगाई जा सकती है और न इसे किसी दूसरे कार्य के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। यदि भू उपयोग बदला जाता है तो संबंधित भूमि सरकार में निहित हो जाएगी।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के अनुसार यह प्रकरण संज्ञान में आने के बाद उन्होंने तत्काल सचिव शैलेश बगौली को प्रकरण की जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि मामला राजस्व से जुड़ा है। इसे देखते सचिव ने देहरादून के डीएम को प्रकरण की जांच कराकर जल्द रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं। उधर, सूत्रों का कहना है कि जांच में पुष्टि होने पर टी एस्टेट की भूमि सरकार में निहित होने का रास्ता साफ हो जाएगा। सरकार इसके बदले में वर्तमान सर्किल रेट के हिसाब से भुगतान करेगी। सरकार इस भूमि का उपयोग विभिन्न योजनाओं को मूर्त रूप देने में कर सकती है।
मंडी के लिए तलाशी जा रही
देहरादून में निरंजनपुर स्थित मंडी स्थल को सरकार अन्यत्र स्थानांतरित करने की तैयारी में है। इसके लिए भूमि तलाशी जा रही है। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि पूर्व में शिमला बाईपास रोड पर भूमि देखी गई थी, लेकिन अब रायपुर समेत अन्य स्थानों पर भी भूमि देखने के निर्देश दिए गए हैं।
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