दून की फिजा में घुल रहा नशे का जहर, इतने मुकदमे हो चुके दर्ज
दून नशे के सौदागरों के मकड़जाल में इस कदर फंस चुका है कि पुलिस भी अब इन नशा तस्करों के आगे बेबस नजर आ रही है
देहरादून, हरीश कंडारी। दून की फिजा में नशे का जहर घुल रहा है। पूरा दून नशे के सौदागरों के मकड़जाल में इस कदर फंस चुका है कि पुलिस भी अब इन नशा तस्करों के आगे बेबस नजर आ रही है। इस साल दून में दर्ज एनडीपीएस के मामलों और बरामद मादक पदार्थों के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है, कि दून में किस कदर नशे का कारोबार पैर पसार रहा है। इस वर्ष अभी तक दून में 477 मुकदमें एनडीपीएस के तहत दर्ज हो चुके हैं और पुलिस साढ़े तीन करोड़ रुपये की कीमत का नशा बरामद कर चुकी है।
एजुकेशन हब के रूप में देश-दुनिया में पहचान रखने वाले दून में नशे का काला कारोबार बेलगाम गति से बढ़ रहा है। पुलिस नशा तस्करों को दबोचे रही है, लेकिन नशा कारोबार की जड़ दून में इस कदर फैल चुकी है कि पुलिस भी अब इन नशा तस्करों को रोकने में नाकाम साबित हो रही है। विगत एक साल की बात करें तो दून में औसतन हर माह पुलिस चालीस से अधिक मामले एनडीपीएस में दर्ज कर रही है और हर माह लाखों का नशा पकड़ रही है, बावजूद अभी तक पुलिस न तो नशा तस्करों के जाल को तोड़ पा रही है और न ही नशे के बड़े सौदागरों तक पहुंच पा रही है। जिस कारण इनकी जड़ें दिन-प्रतिदिन गहरी होती जा रही हैं।
स्कूल, कॉलेज के छात्र सॉफ्ट टारगेट
दून में कई नामी शिक्षण संस्थानों के साथ ही ढेरों स्कूल-कॉलेज हैं। लिहाजा ये शिक्षण संस्थान ही नशे के सौदागरों के लिए सॉफ्ट टारगेट बने हुए हैं। तस्कर पहले छात्रों को नशे का आदी बनाते हैं, इसके बाद उन्हें भी नशे के धंधे में लगा दे देते हैं। अभी तक पुलिस ऐसे कई छात्रों को गिरफ्तार कर चुकी है।
बड़ी मात्रा में चरस तस्करी
वर्ष 2018 में पुलिस की पकड़ में सबसे ज्यादा मात्रा चरस की आई है। इन 11 माह में पुलिस 70 किलो से ज्यादा चरस पकड़ चुकी है। अधिकांश मामलों में देखने में आया कि प्रदेश के ही पहाड़ी जिलों से चरस लाकर दून में बेची जा रही थी। इसमें पुलिस 194 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
दो करोड़ से ज्यादा की स्मैक
नशे की अंतरराष्ट्रीय मूल्य की बात करें तो दून में सबसे ज्यादा स्मैक की तस्करी हो रही है। पुलिस ने अभी तक दो किलो 450 ग्राम से स्मैक पिछले 11 माह में पकड़ चुकी है। जिसकी कीमत दो करोड़ 45 लाख आठ सौ रुपये आंकी गई है।
इन क्षेत्रों से पहुंच रहा है दून में नशा
हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश (सहारनपुर, बरेली), उत्तराखंड के पहाड़ी जिले।
मादक पदार्थों की बरामदगी का विवरण
मादक पदार्थ, मात्रा, मूल्य, मुकदमे, गिरफ्तारी
चरस, 70.162 किलो, 7016200, 194, 194
स्मैक, 2.450 किलो, 24500800, 195, 197
अफीम, 1.787 किलो, 35749, 6, 6
हीरोइन, 100 ग्राम, 2000000, 03, 03
डोडा पोस्त, 104 किलो, 209540, 04, 10
गांजा, 63 किलो, 63138, 34, 34
एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि दून को नशा मुक्त करने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है। नशा सौदागरों के नेटवर्क को तोड़ने की पूरी कोशिश की जा रही है। यहां सबसे अधिक नशा बरेली, सहारनपुर, हिमाचल व उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से सप्लाई हो रहा है। दून में गहराती नशे की जड़ों को तोड़ने के लिए लोगों को भी आगे आने की जरूरत है।
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