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अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आगाज, योगी आदित्यनाथ बोले-योग का उद्गम स्थल है उत्तराखंड

मुनिकीरेती में गढ़वाल मंडल विकास निगम व उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के सहयोग से गंगा रिसॉर्ट में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव आयोजित किया जा रहा है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sun, 01 Mar 2020 09:58 AM (IST)Updated: Sun, 01 Mar 2020 08:37 PM (IST)
अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आगाज, योगी आदित्यनाथ बोले-योग का उद्गम स्थल है उत्तराखंड
अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आगाज, योगी आदित्यनाथ बोले-योग का उद्गम स्थल है उत्तराखंड

ऋषिकेश, जेएनएन। उत्तराखंड पर्यटन परिषद, गढ़वाल मंडल विकास निगम के संयुक्त तत्वावधान में ऋषिकेश के मुनिकीरेती गंगा तट पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आगाज हो गया है। सात दिनों तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में ग्यारह देशों और भारत के नौ राज्यों से योग साधक पहुंचे हैं। महोत्सव के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि योग का उत्तराखंड उद्गम स्थल है। इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद रहे।

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रविवार को मुनिकीरेती में गढ़वाल मंडल विकास निगम के गंगा रिसॉर्ट में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद महाराज, गढ़वाल मंडल विकास निगम के अध्यक्ष महावीर सिंह रांगड़, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री धन सिंह रावत ने किया। 

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि योग वास्तव में एक दूसरे से जुड़ने और आत्मसंवाद का सबसे बेहतर माध्यम है। पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयासों से आज पूरे विश्व में भारतीय प्राच्य विद्या योग की पताका लहरा रही है। विश्व के 193 देश योग के माध्यम से सीधे तौर पर भारत से जुड़े हैं। उन्होंने गंगा के सानिध्य में आयोजित हो रहे योग महोत्सव को दिव्य आयोजन बताया। 

उन्होंने कहा कि हम योग के जरिये दुनिया को बहुत कुछ देने की क्षमता रखते हैं, प्रयास सफल रहे तो आने वाले समय में युवाओं का देश भारत योगाचार्यों के रूप में विश्व को मानवीय शक्ति का निर्यात करेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि योग को विश्वव्यापी पहचान दिलाने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अहम भूमिका रही है। उत्तराखंड को योग के हब और ऋषिकेश को विश्व योग के केंद्र बिंदु के रूप में स्थापित करने के लिए सरकार ने व्यापक स्तर पर कार्य किया है। 

इस अवसर पर नगर निगम ऋषिकेश की महापौर अनीता ममगाईं, पालिकाध्यक्ष मुनिकीरेती रोशन रतूड़ी, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, अध्यक्ष जीएमवीएन महावीर सिंह रांगड़, प्रबंध निदेशक इवा आशीष श्रीवास्तव, जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डॉ. वी. षणमुगम, एसएसपी डॉ. योगेन्द्र ङ्क्षसह रावत, योगिनी उषा माता, दायित्वधारी कृष्ण कुमार सिंघल, भगत राम कोठारी, स्वामी ललितानंद, ग्रेंड मास्टर अक्षत नाथ, गौर गोपाल दास आदि उपस्थित थे। 

छात्रों ने दी योग प्रस्तुति 

गढ़वाल मंडल विकास निगम में योग महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने योग आसनों की प्रस्तुति दी। छात्र-छात्राओं ने वैदिक मंत्रों की धुन पर सूर्य नमस्कार के अलावा कई योगासनों का प्रदर्शन किया। छात्रों ने रेकॉर्ड पंद्रह सेकेंड में 23 फीट की धोती के साथ धोती क्रिया का प्रदर्शन भी किया। इससे पूर्व योग महोत्सव में पहुंचे देश विदेश के योग साधकों और मेहमानों का स्वागत उत्तराखंड के पारंपरिक अंदाज में ढोल-बाजों के साथ तिलक लगाकर किया गया। 

कार्यक्रम में अव्यवस्थाएं रही हावी 

अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के पहले दिन अव्यवस्थाएं हावी रही। मीडिया गैलरी मंच से करीब सौ मीटर दूर बनाई गई। जबकि इसके बीच अतिथियों के बैठने की जगह थी। नतीजा यह हुआ कि अतिथियों के मंच पर पहुंचने से पहले ही मंच के आगे बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी और लोग पहुंच गये, जिससे पीछे बैठे लोगों को कुछ भी नजर नहीं आया। बाद में स्वयं एसएसपी टिहरी ने मोर्चा संभाला और गैलरी खाली करवाई। यहीं नहीं मंच का बैकड्राप इतना पारदर्शी लगाया गया कि मंच पर बैठे लोगों के चेहरे ही नजर नहीं आ रहे थे। मंच के दोनों ओर एलईडी स्क्रीन लगाई गई थी, मगर यह स्क्रीन भी पीछे बैठे लोगों को नजर नहीं आ रही थी।  

साधकों को कुंभ का न्योता

समन्वयक ब्रांडिंग कुंभ मेला निदेशक सार मीडिया उर्मिला पंडित ने बताया कि योग महोत्सव के जरिये हरिद्वार कुंभ की ब्रांडिंग के लिए यहां स्टॉल लगाया गया है। हम सभी देशों के प्रमुख मीडिया हाउस के साथ ईमेल और सोशल मीडिया के जरिए जुड़े हुए हैं। हम सभी विदेशी साधकों के साथ कुंभ को लेकर संवाद कायम कर रहे हैं। जिसके जरिए सरकार के द्वारा किए जा रहे हैं इंतजामों की जानकारी दी जा रही है।

योग भारत की विश्व को देन है: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत

ऋषिकेश के मुनिकीरेती गंगा तट पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि योग के नाम से भारत की समूचे विश्व में पहचान बनी है। योगाचार्य और उत्तराखंड का इसमें बहुत बड़ा योगदान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे विश्व में लोगों को एक स्वरूप देने का काम किया है। अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस इसका ही परिणाम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग भारत की विश्व को देन है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमारे इस महोत्सव में आए हैं। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम विश्व में कहीं भी जाते हैं तो जब यह पता चलता है कि हम उत्तराखंड और ऋषिकेश से हैं तो हमारा गौरव और सम्मान और अधिक बढ़ जाता है। यह हमारे लिए महत्वपूर्ण है कि हम समूचे विश्व में योग को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।

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शिवमणी व कैलाश खेर देंगे प्रस्तुति 

अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में विश्व विख्यात सूफी गायक, कैलाश खेर अपने कैलाशा बैंड के साथ प्रेरणादायक संगीत प्रस्तुत करेंगे। प्रख्यात ड्रम एवं ताल वादक शिवमणि और रूना रिजवी, मंत्रमुग्ध करने वाला संगीत प्रस्तुत करेंगे, प्रेम से परमानंद की यात्रा कीर्तनियों का आत्मा को छूने वाला कीर्तन, इजरायल से विशेष रूप से आए संगीतकार गिल रॉन शामा का हिब्रु और हिंदी भाषा के सम्मिश्रण वाला अद्भुत संगीत साथ ही अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगीतकारों और कलाकारों से सुशोभित होगा। परमार्थ निकेतन कला मंच, द वर्ल्‍ड ऑफ कल्चरल यूनियन: ए इवनिंग ऑफ कल्चरल सॉग, परमार्थ गुरुकुल के ऋषिकुमारों द्वारा डांस एंड थिएटर परफॉरमेंस, सूफी डांस मर्ट गुलर की टीम के द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा।

सुबह चार बजे से प्रारंभ होगी योग की कक्षाएं  

योग की कक्षाएं सुबह चार बजे से रात 9:30 बजे तक होंगी, जिसमें प्रमुख रूप से अष्टांग योग, अयंगार योग, हठ योग, राज योग, भक्ति योग, कर्मयोग, गंगा योग, विन्यास योग, कुण्डलिनी योग, जीवमुक्ति योग, सिन्तोह योग, सेमैटिक योग, लीला योग, डीप योग आदि का अभ्यास कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त ध्यान, मुद्रा, वैदिक मंत्र, संस्कृतवाचन, आयुर्वेद, सांउड हीलिंग, रेकी, दर्शन, होम्योपैथी चिकित्सा तथा अनेक कार्यशालाएं, नाटक प्रदर्शन, व्याख्यान, प्रवचन तथा इंटरेक्टिव सत्रों का आयोजन किया जाएगा।

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