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पिथौरागढ़ जिले में आई आपदा में बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर करने के निर्देश

पिथौरागढ़ जिले में आपदा से हुए जान-माल के नुकसान को देखते हुए सरकार और शासन दोनों वहां चल रहे बचाव एवं राहत कार्यों पर नजर रखे हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 21 Jul 2020 09:54 AM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2020 09:54 AM (IST)
पिथौरागढ़ जिले में आई आपदा में बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर करने के निर्देश
पिथौरागढ़ जिले में आई आपदा में बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर करने के निर्देश

देहरादून, राज्य ब्यूरो। पिथौरागढ़ जिले में आपदा से हुए जान-माल के नुकसान को देखते हुए सरकार और शासन दोनों वहां चल रहे बचाव एवं राहत कार्यों पर नजर रखे हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पिथौरागढ़ के डीएम को निर्देश दिए हैं कि बचाव एवं राहत कार्यों में कोई कोताही न बरती जाए और प्रभावितों को तत्काल अनुमन्य राशि व सहायता उपलब्ध कराई जाए। वहीं, सचिव आपदा प्रबंधन शैलेश बगोली ने अधिकारियों संग स्थिति की समीक्षा की। बगोली ने पिथौरागढ़ जिला प्रशासन को बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि मौसम के मिजाज के मद्देनजर सभी जिलों में अलर्ट घोषित किया गया है।

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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अधिकारियों से पिथौरागढ़ में आपदा से हुई क्षति के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने आपदा में जनहानि पर दुख व्यक्त किया। साथ ही निर्देश दिए कि लापता चल रहे लोगों की खोजबीन के लिए युद्धस्तर पर अभियान चलाया जाए। साथ ही आपदा प्रभावितों को सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने को कहा।

सचिव आपदा प्रबंधन शैलेश बगोली और एसडीआरएफ के आईजी संजय गुंज्याल ने सोमवार को सचिवालय में पिथौरागढ़ जिले की स्थिति की समीक्षा की। सचिव बगोली ने बताया कि सुबह के वक्त दो-तीन जगह दिक्कत आई थी, मगर दोपहर बाद आपदा प्रभावित क्षेत्र में एसडीआरएफ की टीमें पहुंच गई। बचाव एवं राहत तेजी से चल रहे हैं। लापता लोगों की खोजबीन जारी है। पिथौरागढ़ के डीएम को मृतकों के स्वजनों और घायलों को मानकों के अनुसार राहत राशि प्रदान करने को कहा गया है। प्रभावितों को समुचित सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।

सचिव आपदा प्रबंधन बगोली ने कहा कि मौसम विभाग ने अगले तीन-चार दिन भी राज्य में वर्षा की चेतावनी जारी की है। इसे देखते हुए सभी जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि मशीनरी को चौबीस घंटे अलर्ट पर रखा जाए, ताकि किसी भी स्थिति से निबटने को तत्काल कदम उठाए जा सकें।

हर समय रहें सचेत सभी डीएम

मुख्यमंत्री ने कहा कि समूचा राज्य आपदा की दृष्टि से संवेदनशील है और यह समय हर वक्त सतर्क रहने का है। सतर्कता से ही क्षति को न्यून किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी डीएम प्राकृतिक आपदाओं को लेकर सतर्क व सचेत रहें और जिलों में आपदा प्रबंधन तंत्र को और अधिक प्रभावी बनाएं। यह सुनिश्चित हो कि बचाव व राहत कार्य तुरंत प्रारंभ हों। इन कार्यों के साथ ही त्वरित सहायता के लिए सभी डीएम को धनराशि पहले ही मुहैया कराई गई है। आपदा प्रभावितों की मदद के लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी।

संवेदनशील स्थलों का करें आकलन

मुख्यमंत्री ने सभी डीएम को मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी आमजन को देने के साथ ही संवेदनशील स्थलों, गांवों व भवनों की स्थिति का आकलन नियमित रूप से करने के निर्देश दिए। उन्होंने मंडलायुक्तों को आपदा के दृष्टिगत सजगता के साथ त्वरित कार्रवाई को कहा। साथ ही सचिव आपदा प्रबंधन और आइजी एसडीआरएफ को डीएम के संपर्क में रहने के निर्देश दिए। 

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राज्यपाल ने जताया दुख

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने पिथौरागढ़ की बंगापानी तहसील में आपदा से जान-माल की हानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत लोगों की आत्मा की शांति और शोक संतप्त स्वजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है।

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