संस्कृति दिवस के रूप में मनाया पर्वतीय गांधी इंद्रमणी बडोनी का जन्मोत्सव Dehradun News
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच की ओर से पर्वतीय गांधी स्व. इंद्रमणी बडोनी की 95वीं जयंती को संस्कृति दिवस के रूप में मनाया गया। इस मौके पर उनकी प्रतिमा में माल्यार्पण भी किया गया।
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच की ओर से पर्वतीय गांधी स्व. इंद्रमणी बडोनी की 95वीं जयंती को संस्कृति दिवस के रूप में मनाया गया। राज्य आंदोलनकारियों के अलावा काबीना मंत्री मदन कौशिक और सुबोध उनियाल ने भी बडोनी की प्रतिमा में माल्यार्पण कर उन्हें याद किया।
घंटाघर स्थित इंद्रमणी बडोनी की प्रतिमा पर कई लोगों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान संस्कृति विभाग की ओर से कलाकारों ने उत्तराखंडी संस्कृति से जुड़े गीतों की प्रस्तुति दी। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने भी बडोनी को श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके सपनों को पूरा करने की बात कही। कृषि मंत्री ने अपने पूर्व के अनुभव साझा किए।
मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी और महासचिव रामलाल खंडूडी ने कहा कि बडोनी के सपने अभी पूरा नहीं हुए हैं। हम सभी को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर राज्य के विकास में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। कहा कि राज्य की अपनी संस्कृति के उत्थान में काम करना होगा। पहाड़ के विकास के लिए एक लंबी रेखा खींचकर दिखानी होगी। जिससे पलायन पर अंकुश लगने के साथ ही सीमांत क्षेत्र को सुरक्षित रखा जा सके।
जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती और लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल ने कहा कि शीघ्र राजधानी गैरसैंण घोषित हो। यही बडोनी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। ये उनकी सादगी और समझ थी कि पृथक उत्तराखंड राज्य के लिए एक सीधे सादे व्यक्तित्व ने पूरे जनमानस को एकत्र कर अलग राज्य की गूंज पूरे देश दुनिया में उठाई।
श्रद्धांजलि देने वालों में जयदीप सकलानी, रघुवीर सिंह बिष्ट, हरी सिंह मेहर, जबर सिंह पावेल, केशव उनियाल, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, धर्मपाल रावत, चंद्रमोहन सिंह नेगी, शांति भट्ट, कमलकांत, पुष्कर नेगी, प्रभात डंडरियाल, वीरेंद्र गुसाई, कैलाश ध्यानी आदि मौजूद रहे।
उक्रांद ने भी बड़ोनी की प्रतिमा में श्रद्धासुमन अर्पित किए
उत्तराखंड क्रांति दल की ओर से भी पर्वतीय गांधी और राज्य आंदोलन के प्रणेता स्व. इंद्रमणी बडोनी की जयंती को संस्कृति दिवस के रूप में मनाया गया। कचहरी रोड स्थित पार्टी कार्यालय में बडोनी को श्रद्धांजलि देते हुए याद किया गया। जिसके बाद कार्यकर्ता घंटाघर बडोनी की प्रतिमा पर पहुंचे और वहां पर माल्यार्पण किया।
दल के पूर्व अध्यक्ष बीडी रतूड़ी ने कहा कि स्व. बडोनी के संघर्ष और विचारों को कभी भुलाया नही जा सकता है। राज्य आंदोलन का नेतृत्व गांधीवादी रूप से बडोनी ने किया। इसी लिए उनको पहाड़ का गांधी नाम दिया गया है। लताफत हुसैन ने उनके कई संस्मरण बताए। कार्यक्रम का संचालन महानगर अध्यक्ष सुनील ध्यानी ने किया।
इस अवसर पर हरीश पाठक, एपी जुयाल, रेखा मियां, विजय बौड़ाई, प्रह्लाद सिंह रावत, धर्मेंद्र कठैत, अशोक नेगी, राजेन्द्र बिष्ट आदि उपस्थित रहे।
कांग्रेसियों ने भी किया बडोनी को याद
कांग्रेस महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने स्व. इंद्रमणी बडोनी की जयंती पर उन्हें याद कर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। महानगर अध्यक्ष ने कहा कि स्व. बडोनी ने राज्य आंदोलन के लिए जो काम किए हैं, उन्हें कभी भूलाया नहीं जा सकता है।
बडोनी की परिस्थितियों ने ही उनमें संघर्षों से जूझने का जच्बा पैदा किया और उनके व्यक्तित्व को निखारा। ऐसी ही कठिन परिस्थितियों बडोनी को महानायक और आंदोलन का अग्रदूत बनाया। इस दौरान पूर्व विधायक राजकुमार, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. आरपी रतूड़ी, देवेंद्र सिंह, कमलेश रमन, महानगर प्रवक्ता डॉ. प्रतिमा सिंह, पुष्पा पंवार, देविका रानी, देवेंद्र कौर, उदयवीर मल्ल, राजेश चौधरी, मोहन कुमार काला, अर्जुन सोनकर, विवेक चौहान आदि उपस्थित रहे।
लोकगीत व लोकनृत्य प्रतियोगिता का आयोजन
पर्वतीय गांधी स्व. इंद्रमणि बडोनी के जन्मोत्सव को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज राजपुर रोड ने लोकसंस्कृति दिवस के रूप में मनाया। इस दौरान स्कूल की ओर से लोकगीत व लोकनृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न स्कूलों की छात्राओं ने प्रतिभाग किया। लोकगीत प्रतियोगिता में जीजीआइसी, अजबपुर कला की छात्राओं ने पहला स्थान प्राप्त किया।
जीजीआइसी राजपुर रोड दूसरे और जीजीआइसी कारगी तीसरे स्थान पर रहा। लोकनृत्य प्रतियोगिता में जीजीआइसी राजपुर रोड ने पहला स्थान प्राप्त किया। जीजीआइसी अजबपुरकला ने दूसरा और राजकीय इंटर कॉलेज किशनपुर ने तीसरा स्थान हासिल किया।
विजेता छात्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। फूलचंद नारी शिल्प मंदिर इंटर कॉलेज को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य विजय लक्ष्मी यादव ने छात्राओं को स्व. इंद्रमणि बडोनी के जीवन व कार्यों से प्रेरणा लेने का संदेश दिया। कार्यक्रम का संचालन मधु कुकशाल ने किया। इस इस अवसर पर मंजूलता आर्य, मीनाक्षी रावत, सुमन पाल, सुष्मिता जोशी, डॉ. संगीता शर्मा आदि मौजूद रहे।
बडोनी उत्तराखंड आंदोलन के जननायक : प्रीतम
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने उत्तराखंड आंदोलन के जननायक व प्रणेता स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी की जयंती पर उन्हें याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
राजपुर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रीतम सिंह ने कहा कि स्वर्गीय बडोनी कीअगुआई में उत्तराखंड के जनमानस ने उग्र आंदोलन कर उत्तराखंड राज्य को हासिल किया। उनमें गजब की नेतृत्व क्षमता थी। उन्होंने राज्य आंदोलन को घर-घर पहुंचाकर युवाओं व महिलाओं को आंदोलन में आने को प्रेरित किया। उनकी नेतृत्व क्षमता को देखकर तब बीबीसी ने कहा था कि-आपने यदि जीवित व चलते-फिरते गांधी को देखना है तो उत्तराखंड की धरती पर चले जाएं। वहां गांधी अपने उसी अहिंसक अंदाज में विराट जनआंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड उनके संघर्ष को कभी नही भुला सकता है।
उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणी बडोनी को किया याद
मसूरी में पर्वतीय गांधी स्वर्गीय इंद्रमणी बडोनी को 95 वीं जयंती पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया। उनकों श्रद्धाजंलि देते हुए लोगों ने कहा कि उनके सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए हम सबको सहयोग देना होगा।
मसूरी स्थित इंद्रमणी बडोनी चौक पर पूर्व विधायक एवं सीएयू अध्यक्ष जोतसिंह गुनसोला ने कहा कि स्वर्गीय बडोनी ने उत्तराखण्ड राज्य निर्माण में अहम भूमिका निभाई है और उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक के संरक्षण संवर्द्धन में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने चौक के सौंदर्यीकरण और चौक पर स्व. बडोनी की आदमकद प्रतिमा लगाने की घोषणा की। स्थानीय कलाकारों एवं इप्टा मसूरी द्वारा जनगीत गाकर अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
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इस अवसर पर पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, भाजपा मंडलाध्यक्ष मोहन पेटवाल, इंद्रमणी बडोनी विचारमंच अध्यक्ष पूरण जुयाल, महामंत्री प्रदीप भंडारी, पालिका सभासद जसबीर कौर, मनीषा खरोला, प्रताप पंवार, दर्शन रावत, आरती अग्रवाल, जशोदा शर्मा, गीता कुमाईं, सरिता पंवार, अनिल गोदियाल, संदीप राणा, सतीश ईप्टा ने स्व. बडोनी का श्रद्धांजलि दी।