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उत्तराखंड में दिखा लुप्तप्राय इंडियन एग ईटर सांप, करीब 50 साल पहले घोषित कर दिया था विलुप्त प्रजाति

उत्तराखंड में लुप्तप्राय इंडियन एग ईटर सांप देखा गया है। इसे करीब 50 साल पहले विलुप्त प्रजाति घोषित कर दिया गया था। कार्बेट नेशनल पार्क की कालागढ़ रेंज से इस सांप को रेस्क्यू किया गया। दुर्लभ सांप मिलने से वन विभाग भी खासा उत्साहित है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 04 Jun 2021 12:28 PM (IST)Updated: Fri, 04 Jun 2021 10:53 PM (IST)
उत्तराखंड में दिखा लुप्तप्राय इंडियन एग ईटर सांप, करीब 50 साल पहले घोषित कर दिया था विलुप्त प्रजाति
उत्तराखंड में लुप्तप्राय इंडियन एग ईटर सांप देखा गया है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड में लुप्तप्राय इंडियन एग ईटर सांप देखा गया है। इसे करीब 50 साल पहले विलुप्त प्रजाति घोषित कर दिया गया था। कार्बेट नेशनल पार्क की कालागढ़ रेंज से इस सांप को रेस्क्यू किया गया। दुर्लभ सांप मिलने से वन विभाग भी खासा उत्साहित है। अधिकारियों ने उक्त सांप को जंगल में छुड़वाकर उसकी निगरानी के निर्देश दिए हैं।

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बीते बुधवार को कालागढ़ की एक आवासीय कालोनी से वन विभाग की रेस्क्यू टीम को सूचना मिली कि एक घर के पास सांप आ गया है। जिस पर रेस्क्यू टीम प्रभारी दीपक कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि इंडियन एग ईटर सांप को रेस्क्यू किया। यह करीब आधा मीटर लंबा था। जिसके सिर पर नारंगी लकीरें और पीठ भूरे रंग की थी। इसकी सूचना उन्होंने उप प्रभागीय वनाधिकारी कुंदन सिंह खाती और कार्बेट के वार्डन आरके तिवारी को दी। जिस पर वे भी मौके पर पहुंच गए। 

बताया कि यह सांप  वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत श्रेणी-एक में आता है। इंडियन एग ईटर ज्यादातर पेड़ों पर रहना पसंद करता है और पक्षियों के अंडे खाता है। सामान्यत: यह सांप ऊष्ण कटिबंधीय क्षेत्र में ही पाया जाता है। यह निशाचर अधिकतम एक मीटर तक ही लंबा होता है। वन विभाग के अधिकारियों ने अंदेशा जताया है कि वन क्षेत्र में इस प्रजाति के और भी सांप पाए जा सकते हैं। एक बार में यह सांप कम से कम 40 से 50 अंडे देता है। 

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दिनदहाड़े देहरादून हाईवे पर आया हाथी

लालतप्पड़ के समीप हरिद्वार-देहरादून हाईवे पर छिद्दरवाला के पास अचानक एक हाथी आ धमका। हाथी ने यहां से हाईवे पार किया और दूसरी तरफ जंगल में चला गया। दिनदहाड़े हाथी को सड़क पर देखकर राहगीरों की सांसे थम गई। 

गुरुवार दोपहर करीब डेढ़ बजे लालतप्पड़ फ्लाईओवर पर जंगल की ओर से अचानक एक हाथी आ धमका। यह क्षेत्र वन्यजीवों का परंपरागत गलियारा है। दोपहर के वक्त कई वाहन सड़क पर चल रहे है। अचानक हाईवे पर आए गजराज को देखकर चालकों ने वाहन रोक लिए। हाथी करीब दस मिनट तक हाईवे पर ही रहा। वहीं दूसरी तरफ खड़े कुछ लोगों ने हाथी की तस्वीरें भी ली। 

वहीं हाथी फ्लाईओवर पर सीधे जाने के बजाए हाइवे को पार कर दूसरी ओर के जंगल में चला गया। सड़क पर करते हुए हाथी ने सड़क सुरक्षा को लगी रैलिंग तोड़ दी। बता दें कि देहरादून वन प्रभाग के अंतर्गत बड़कोट व ऋषिकेश रेंज के बीच में हरिद्वार-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर लालतप्पड़ के पास यह फ्लाईओवर हाथी के पारंपरिक गलियारे को सुरक्षित रखने के लिए बनाया गया है, ताकि हाथी व अन्य वन्य जीव फ्लाईओवर के नीचे से आवाजाही कर सकें, लेकिन अभी भी हाथी कई बार फ्लाईओवर के नीचे से जाने के बजाए हाईवे पर आ जाते हैं।

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