पूर्व विधायक गोदियाल पर आयकर कार्रवाई बनी सियासी मुद्दा
कांग्रेस के पूर्व विधायक गणेश गोदियाल पर आयकर की कार्रवाई ने सियासी रूप ले लिया है। सोशल साइट्स पर भी यह खबर दिनभर वायरल होती रही।
देहरादून, [जेएनएन]: कांग्रेस के पूर्व विधायक व वर्तमान में बदरी केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष गणेश गोदियाल पर आयकर की कार्रवाई ने सियासी रूप ले लिया है। सोशल साइट्स पर भी यह खबर दिनभर वायरल होती रही, जिसको लेकर हर किसी ने अपने निहितार्थ निकाले।
बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल पर पांच-छह साल से आयकर के करीब 96 लाख रुपये बकाया चल रहे हैं। इसको लेकर गोदियाल व आयकर विभाग के अपने-अपने तर्क हैं। इसी दिशा में आयकर विभाग ने सामान्य प्रक्रिया के तहत गणेश गोदियाल के बैंक खाते फ्रीज कर दिए।
हालांकि अब इस प्रकरण ने एक सामान्य कार्रवाई से हटकर सियासी रूप धारण कर लिया है। शुक्रवार दिन पर यह खबर अलग-अलग निहितार्थ लिए सोशल साइट्स पर भी वायरल होती रही। खाते फ्रीज किए जाने पर गणेश गोदियाल का कहना है कि यह कानूनी मामला है और इसे वह उसी ढंग से लड़ेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि वह 25-30 साल से आयकरदाता हैं, मगर कभी भी उन्हें नियमों के उल्लंघन का दोषी नहीं पाया गया। वर्ष 2016 में जब से सरकार बदली है, तभी से विभिन्न सरकारी एजेंसी उनके खिलाफ जांच में जुट गई हैं।
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि केदारनाथ में जो लेजर शो हुआ था, उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुणगान किया गया था। इसका बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष होने के नाते गणेश गोदियाल ने विरोध किया था। जो भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करता है, उसके खिलाफ केंद्र सरकार की एजेंजियां सक्रिय हो जाती हैं। राज्य सरकार भी इन्हें मंदिर समिति के पद से हटाना चाह रही थीं, लेकिन अब यह मामला अदालत में होने के चलते सरकार के हाथ बंध गए हैं। बहरहाल, गणेश गोदियाल पर की गई आयकर की इस कार्रवाई का कांग्रेस पुरजोर विरोध करेगी।
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