AIIMS में ऑक्सीजन आपूर्ति सिस्टम में सुधार का काम शुरू, तीन दिन पहले आ गई थी लो प्रेशर की समस्या
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में ऑक्सीजन सप्लाई के दौरान लो प्रेशर की समस्या से निपटने के लिए ऑक्सीजन प्लांट में सुधारीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है जिसके लिए यहां निर्धारित संख्या में ही मरीज भर्ती किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में ऑक्सीजन सप्लाई के दौरान लो प्रेशर की समस्या से निपटने के लिए ऑक्सीजन प्लांट में सुधारीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है, जिसके लिए यहां निर्धारित संख्या में ही मरीज भर्ती किए गए हैं। वर्तमान में यहां ऑक्सीजन आपूर्ति पर आधारित 380 बेड पर मरीज भर्ती है।
एम्स ऋषिकेश में पिछले बुधवार को ऑक्सीजन सुविधा वाले बेड में ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर लो प्रेशर की समस्या पैदा हो गई थी। यहां समस्या से निपटने ऑक्सीजन डिमांड वाले 60 मरीजों को अन्य चिकित्सालयों में दिया गया था, जबकि 60 मरीजों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। कोरोना संक्रमण को लेकर चुनौतियां अभी समाप्त नहीं हुई। एम्स प्रशासन का मानना है कि आने वाले समय में और बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। इसके लिए सभी तैयारियों पर तेजी से काम शुरू किया जा रहा है।
यही कारण है कि बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जब एम्स आए थे तो निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने उनसे यहां 40 हजार लीटर ऑक्सीजन क्षमता वाले एक और प्लांट के निर्माण की मांग की थी। फिलहाल एम्स प्रशासन अपनी व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने की दिशा में काम कर रहा है। जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि एम्स ऋषिकेश में वर्तमान में 163 आइसीयू बेड सहित कुल 380 ऑक्सीजन सुविधा युक्त बेड में मरीज भर्ती किए गए हैं।
यहां के 30 हजार लीटर क्षमता वाले ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट और इससे जुड़े कंट्रोल पैनल के सुधारीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है, जिससे भविष्य में ऑक्सीजन लाइन में लो प्रेशर की समस्या पैदा ना हो। मरम्मत कार्य को देखते हुए फिलहाल नए मरीज भर्ती नहीं किए जा रहे हैं।
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