राष्ट्रीय एकता व सौहार्द में छात्र-छात्राओं की महत्वपूर्ण भूमिका : राज्यपाल
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि सीमान्त क्षेत्र के बच्चों की ओर से भारत के अन्य भागों के भ्रमण से उनकी जानकारी व अनुभव बढ़ेंगे।
देहरादून, जएनएन। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से राजभवन में असम राज्य के कारबी आंगलौंग क्षेत्र के 25 छात्रों के एक दल ने भेंट की। यह सातवीं व आठवी कक्षा के स्कूली छात्र असम के सीमान्त क्षेत्र से हैं, जो भारतीय सेना की ओर से आयोजित राष्ट्रीय एकता भ्रमण के तहत देहरादून में आए हैं। उत्तराखंड भ्रमण के साथ ही यह छात्र दिल्ली में राष्ट्रपति भवन व अन्य ऐतिहासिक स्थल, अमृतसर स्वर्ण मंदिर, जलियावाला बाग, वाघा सीमा व अन्य महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण करेंगे।
इस दौरान राज्यपाल मौर्य ने कहा कि सीमान्त क्षेत्र के बच्चों की ओर से भारत के अन्य भागों के भ्रमण से उनकी जानकारी व अनुभव बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे ऊर्जावान व प्रतिभा सम्पन्न है और सही दिशा व मार्गदर्शन से वे देश की प्रगति व विकास में महत्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि भारत सांस्कृतिक, भाषायी, भौगोलिक रूप से विविधतापूर्ण देश है। देश के प्रत्येक क्षेत्र की संस्कृति समृद्धशाली है। हमें एक दूसरे की संस्कृति, परम्पराओं, भाषाओं और विश्वासों को जानना और उनका सम्मान करना चाहिये। देश की प्रगति के लिए देश की एकता और अखंडता बहुत आवश्यक है। राष्ट्रीय एकता व सौहार्द में छात्र-छात्राएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। पूर्वोत्तर राज्य प्राकृतिक रूप से भारत के सुन्दरतम राज्यों में हैं। देश की सांस्कृतिक व आर्थिक समृद्धि में असम सहित सभी पूर्वोत्तर राज्यों का महत्वपूर्ण योगदान है। भारत की मजबूती के लिये देश के विभिन्न भागों के छात्र-छात्राओं का आपसी संवाद, भ्रमण व विचारों का आदान-प्रदान निरन्तर जारी रहना चाहिए।
राज्यपाल मौर्य ने बच्चों को उपहार स्वरूप काफी मग भेंट किये। उन्होंने छात्रों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी। इस दौरान भारतीय सेना के मेजर गौरव श्रीवास्तव, नायब सूबेदार संजीव सिंह, हवलदार सुखविन्दर सिंह सहित शिक्षकगण भी उपस्थित थे।
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