Move to Jagran APP

60 हजार जांबाज देने वाला सैन्य संस्थान बना आइएमए

शनिवार को जब कैडेट अंतिम पग भरेंगे तो आइएमए देश-विदेश की सेना को 60 हजार से अधिक युवा सैन्य अधिकारी देने वाला सैन्य संस्थान बन जाएगा।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 08 Jun 2017 09:28 AM (IST)Updated: Thu, 08 Jun 2017 04:40 PM (IST)
60 हजार जांबाज देने वाला सैन्य संस्थान बना आइएमए
60 हजार जांबाज देने वाला सैन्य संस्थान बना आइएमए

देहरादून, [जेएनएन]: सेना को युवा अफसर देने वाली बारामासी नदी के रूप में पहचान रखने वाली भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) के इतिहास में एक गौरवशाली क्षण और जुड़ने वाला है। शनिवार को जब कैडेट अंतिम पग भरेंगे तो आइएमए देश-विदेश की सेना को 60 हजार से अधिक युवा सैन्य अधिकारी देने वाला सैन्य संस्थान बन जाएगा। इनमें मित्र देशों की सेना के भी 2081 सैन्य अधिकारी शामिल हैं।

loksabha election banner

सरहद पर हालात विपरीत हों और ऐसे समय में भारतीय सेना को युवा व जांबाज अफसर मिल जाए तो इससे बेहतर कुछ नहीं है। वतन की हिफाजत के लिए मर मिटने की शपथ लेकर 423 युवा अफसर शनिवार को भारतीय सेना में शामिल हो जाएंगे। साथ ही, दस मित्र देशों के 67 जेंटलमैन कैडेट भी पासआउट होकर अपने-अपने देश की सेना में शामिल होंगे। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत बतौर रिव्यूइंग आफिसर परेड की सलामी लेंगे। 

अकादमी में देश के जांबाजों के अतिरिक्त मित्र देशों से चुने गए कैडेटों को भी प्रशिक्षण दिया जाता है। जनरल याहाया खान, जनरल मूसा खान और पाकिस्तान के जनरल टिक्का खान, बांग्लादेश के जनरल मेग ओस्मानी, बर्मा के जनरल स्मिथ डून और मलेशिया के जनरल इब्राहिम इस्माइल ने आइएमए से ही प्रशिक्षण प्राप्त किया। यहां प्रशिक्षण लेने वाले विदेशी कैडेट उन देशों से हैं, जिनके भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध हैं।

 इसमें कुछ देश ऐसे हैं, जहां प्रशिक्षण के लिहाज से बुनियादी ढांचे की कमी है। बेहतर सैन्य शिक्षा लेने और दो देशों के बीच मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने के लिए ये देश अपने कुछ कैडेट भेजते हैं। इसके अलावा अस्थिरता के दौर से गुजर रहे अफगानिस्तान के भी बड़ी संख्या में जांबाज यहां से पासआउट हुए हैं।

 यह भी पढ़ें: अवार्ड सेरेमनी में जेंटलमैन कैडेट्स को मिला काबिलियत का ईनाम

यह भी पढ़ें: ग्रेजुएशन सेरेमनी: 64 कैडेट आइएमए की मुख्य धारा में शामिल

यह भी पढ़ें: सैन्य प्रशिक्षण में भारतीय सैन्य अकादमी को मिला उत्कृष्टता का सम्मान 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.