उत्तराखंड में विद्युत वितरण पर अब सख्ती के संकेत
प्रदेश में विद्युत वितरण व्यवस्था को ढर्रे पर लाने के लिए सरकार ने अब सख्त रुख के संकेत दे दिए हैं।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
प्रदेश में विद्युत वितरण व्यवस्था को ढर्रे पर लाने के लिए सरकार ने अब सख्त रुख के संकेत दे दिए हैं। पहली बार ऊर्जा निगम का प्रबंध निदेशक पद पर आइएएस की तैनाती की गई है। आइएएस नीरज खैरवाल निगम के प्रबंध निदेशक बनाए गए हैं।
ऊर्जा के निगमों में प्रबंध निदेशक व निदेशकों के विभिन्न पदों पर नियुक्ति में पारदर्शिता की कसरत तेज की जा चुकी है। केंद्र सरकार इस बारे में ऊर्जा निगमों को निर्देश दे चुकी है। एफआरबीएम एक्ट में हाल में किए गए संशोधन से राजकोषीय घाटा बढ़ाने की सरकार को अनुमति सशर्त दी गई। इसमें एक शर्त ऊर्जा क्षेत्रों में सुधारों की है। प्रदेश में लाइन लॉस की समस्या बनी हुई है। इसमें सुधार की कोशिशें कामयाब नहीं हो पा रही हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार ने भी उत्तरप्रदेश समेत अन्य राज्यों की तर्ज पर कदम बढ़ा दिया है। उत्तरप्रदेश समेत देश के ज्यादातर राज्यों में विद्युत वितरण व्यवस्था के लिए सार्वजनिक निगम की कमान आइएएस को सौंपी जा चुकी है।
उत्तराखंड में पहली बार ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक पद पर आइएएस की ताजपोशी को विद्युत वितरण व्यवस्था की सख्त मॉनीटरिग के रूप में देखा जा रहा है। विद्युत वितरण में सुधार और लाइन लॉस को कम करने के पिछले कई वर्षो से किए जा रहे प्रयासों को अब तक अपेक्षित कामयाबी नहीं मिल पाई है। संपर्क करने पर ऊर्जा सचिव राधिका झा ने कहा कि प्रदेश में विद्युत वितरण व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रबंध निदेशक की नियुक्ति व्यवस्था में यह बदलाव सरकार ने किया है।