इन दो प्रसिद्ध टूरिस्ट डेस्टिनेशन में अभी नहीं खुलेंगे होटल और गेस्ट हाउस, जानिए वजह
नैनीताल और मसूरी में होटल संचालक फिलहाल अपने प्रतिष्ठान शुरू करने को तैयार नहीं हैं। मसूरी में होटल संचालकों ने बैठक कर फिलहाल दस दिन तक होटल न खोलने का निर्णय लिया।
देहरादून, जेएनएन। नैनीताल और मसूरी में होटल संचालक फिलहाल अपने प्रतिष्ठान शुरू करने को तैयार नहीं हैं। मसूरी में होटल संचालकों ने बैठक कर फिलहाल दस दिन तक होटल न खोलने का निर्णय लिया। दूसरी ओर नैनीताल के होटल संचालकों का कहना है कि सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन को देखते हुए पर्यटकों के आने की संभावना न के बराबर है। ऐसे में इन परिस्थितियों में होटल खोलने का कोई औचित्य नहीं है।
सोमवार को मसूरी में मसूरी होटल एसोसिएशन कार्यकारिणी की बैठक में सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन पर चर्चा की गई। एसोसिएशन के महासचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि बैठक में विस्तार से विमर्श के बाद तय किया गया कि फिलहाल दस दिन तक होटल बंद रखे जाएंगे। इसके बाद फिर एसोसिएशन की बैठक बुलाई जाएगी। बैठक में चर्चा के बाद ही होटल खोलने पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सुरक्षा कारणों से यह निर्णय लिया गया है।
उत्तराखंडहोटल एसोसिएशन अध्यक्ष संदीप साहनी ने कहा कि सबसे बड़ी समस्या स्टाफ की है। लॉकडाउन के दौरान कर्मचारी अपने गांवों को लौट गए हैं। इसके अलावा नई परिस्थितियों के अनुरुप होटल में व्यवस्था करना भी किसी चुनौती से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि मसूरी में कुल साढ़े तीन सौ होटल और गेस्ट हाउस हैं। इनमें से ज्यादातर छोटे और मझौले हैं।
नैनीताल में भी मसूरी जैसे ही हालात हैं। नैनीताल में करीब 500 छोटे-बड़े होटल और गेस्ट हाउस 21 मार्च से बंद हैं। सरकार ने भले ही गाइडलाइन के साथ होटलों को खोलने की अनुमति दे दी है, लेकिन होटल संचालक होटल खोलने को तैयार नहीं हैं। नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश चंद्र साह ने बताया कि पर्यटन गतिविधियों को शुरू करने के मामले में सरकार असमंजस में है। नैनीताल में पर्यटक तीन या चार दिन के लिए आता है, मगर सरकार की गाइडलाइन के अनुसार उसे सात दिन रहना होगा और खुद शपथ पत्र देना होगा कि वह स्वस्थ है। उसे बाजार या क्लब में घूमने की भी अनुमति नहीं होगी। कोरोना संक्रमण से प्रभावित 75 जिलों के पर्यटकों के यहां आने की मनाही है। ऐसे में पर्यटकों के आने की संभावना नहीं है।
सरकार की शर्ते बेतुकी
मसूरी में होम स्टे योजना समिति के तहत होम स्टे से जुड़े लोगों की बैठक भी आयोजित की गई। समिति की संरक्षक देवी गोदियाल ने कहा सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन भ्रमित करने वाली है। आरोप लगाया कि सरकार परेशानियां कम करने के बजाए पर्यटकों पर बेतुकी शर्ते थोप रही है जिनका पालन करना संभव नहीं है। उन्होंने सरकार से सरल व सुरक्षित प्रक्रिया वाली की गाइडलान अपनाने का आग्रह किया है। देवी गोदियाल ने बताया कि अगर पर्यटक मसूरी आएंगे तो होम स्टे योजना शुरू कर दी जाएगी।