वासु हत्याकांड की जांच में एक और खुलासा, बिना अनुमति के चल रहा हॉस्टल
चिल्ड्रन होम एकेडमी में छात्र की हत्या के मामले में एक और नया खुलासा हुआ है। यहां बिना अनुमति के हॉस्टल का संचालन किया जा रहा था।
ऋषिकेश, जेएनएन। ऋषिकेश के पास भोगपुर स्थित चिल्ड्रन होम एकेडमी का संचालन नियम-कायदों को ताक पर रख किया जा रहा है। मुख्य शिक्षा अधिकारी के आदेश पर खंड शिक्षा अधिकारी की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जांच में पता चला कि स्कूल में संचालित हॉस्टल बिना अनुमति के चल रहा था। इतना ही नहीं, स्कूल अनाथ बच्चों की शिक्षा के नाम पर चल रहा है, जबकि हकीकत में कई बच्चों के अभिभावक हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी रंजीत सिंह राणा ने जांच पूरी कर रिपोर्ट अफसरों को भेज दी है। उन्होंने सीबीएसई पर सवाल उठाते हुए कहा कि स्कूल को मान्यता तो दी गई, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि मानकों के अनुपालन में कोताही हुई है। उन्होंने बताया कि जिस हॉस्टल में बच्चे रह रहे हैं, संचालक उसकी अनुमति तक प्रस्तुत नहीं कर सके। राणा ने बताया कि शुक्रवार को सीबीएसई की टीम ने भी स्कूल का निरीक्षण किया है। उन्होंने बताया कि स्कूल में 400 बच्चे अध्ययनरत है। नियमानुसार हॉस्टल में सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कैमरे होने चाहिए, लेकिन यहां कैमरा है ही नहीं।
राणा के अनुसार जांच के दौरान पता चला कि हॉस्टल से बाहर जाने वाले बच्चों का कोई रिकार्ड नहीं रखा जाता। घटना के दिन दस मार्च को कितने बच्चे परिसर से बाहर गए थे और कितनी देर बाद लौटे, इसका कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। स्कूल का दावा है कि वह अनाथ बच्चों को शिक्षित करता है, लेकिन जांच में खुद उन्होंने करीब पचास अभिभावकों से बात की है। जांच यह भी पता चला कि स्कूल में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और हरियाणा के हैं।
अभिभावकों को सता रही बच्चों की चिंता
चिल्ड्रन होम एकेडमी में सातवीं कक्षा के छात्र वासु यादव की हत्या के बाद अन्य छात्रों के अभिभावकों को भी अपने बच्चों की सुरक्षा की चिंता सताने लगी है। छात्रों के परिजन यहां आकर अपने बच्चों के हाल-चाल जान रहे हैं। हरिद्वार में चंडी पुल के समीप कुष्ठ आश्रम में रहने वाले रमा शंकर शाह ने बताया कि उनका बेटा भी इसी स्कूल में पढ़ता है। आज वह अपने बेटे से मिलने आए हैं।
शनिवार को भी कई परिजनों ने यहां आकर अपने बच्चों से मुलाकात की। हालांकि अभी स्कूल में बच्चों की परीक्षाएं हैं, इसलिए अभिभावक बच्चों को यहां से नहीं ले जा पा रहे हैं। शुक्रवार को भी कई बच्चों के अभिभावकों ने यहां पहुंचे और खंड शिक्षा अधिकारी से भी मुलाकात की।
बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष को मिली धमकी
ऋषिकेश के निकट भोगपुर स्थित चिल्ड्रन होम एकेडमी में छात्र वासु यादव के हत्याकांड के मामले में बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी को धमकी मिली है। देर रात उनके लैंड लाइन पर अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर मामले में पीछे हटने अन्यथा अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने की धमकी दी है। बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को इस संबंध में अवगत कराया है।
रानीपोखरी थाना क्षेत्र के भोगपुर में इसाई मिशनरी द्वारा संचालित संचालित आवासीय स्कूल चिल्ड्रन होम एकेडमी में बीती दस मार्च को सातवीं कक्षा के छात्र वासु यादव की हत्या की गई थी। इस मामले में बाल संरक्षण आयोग के दखल के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और हत्या के साथ ही साक्ष्य छिपाने के आरोप में दो छात्रों सहित स्कूल के प्रबंधक, वार्डन व व्यायाम शिक्षक को गिरफ्तार किया। छात्र की हत्या ही नहीं की गई, बल्कि इस आवासीय विद्यालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं से यहां अध्ययनरत 451 छात्र-छात्राओं की सुरक्षा और भविष्य पर भी सवाल उठने लगे हैं। यहीं नहीं बाल संरक्षण आयोग के दखल के बाद जिम्मेदार शिक्षा विभाग व स्कूल को मान्यता देने वाली सीबीएसई पर भी सवाल उठे हैं। इस घटना के बाद संबंधित विभाग भी हरकत में आ गए हैं।
बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने पुलिस की भूमिका व जांच पर भी संदेह जताया है और उन्होंने इस मामले की जांच सीबीआइ से कराने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। दैनिक जागरण से बातचीत में अध्यक्ष ऊषा नेगी ने बताया कि शुक्रवार रात करीब सवा ग्यारह बजे उनके घर की लैंड लाइन पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया, उन्होंने जब फोन रिसीव किया तो दूसरी ओर से अज्ञात व्यक्ति ने वासु यादव हत्याकांड के मामले में पीछे हटने की सलाह दी। यही नहीं फोन करने वाले ने उन्हें मामले को तूल देने पर अंजाम भुगतने की भी धमकी दी। उन्होंने सुबह ही मुख्यमंत्री से बात कर फोन पर मिली धमकी की जानकारी दे दी है।
छात्र की मौत पर उठाए सवाल, दी श्रद्धांजलि
छात्र की मौत को लेकर अभिभावक संघ समेत अन्य सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने शोक जताया। वहीं, संगठनों ने छात्र की मौत पर स्कूल प्रबंधन की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने मामले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग की।
नेशनल एसोसिएशन फॉर पेरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स (एनएपीएसआर) के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों के सदस्य परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल में एकत्र हुए। यहां मृत छात्र को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। वक्ताओं ने कहा कि स्कूल में पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने आवश्यक कदम उठाने की जरूरत नहीं समझी। इसके लिए स्कूल प्रबंधन की उदासीन भूमिका को जिम्मेदार ठहराया गया और इसके लिए निष्पक्ष जांच की मांग की। सभा में शामिल संगठनों में संयुक्त नागरिक निफा, करीर सोसायटी, निर्भया सोशल एंड वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन, अमूल्य जीवन विकास चेरिटेबल सोसायटी, व्यू ऑफ न्यू विजन समिति व अन्य शामिल थे।
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