एमसीआइ के निरीक्षण से पहले ही अस्पताल हुआ बीमार
एमसीआइ के निरीक्षण से पहले ही दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय बीमार हो गया है। स्थिति यह कि पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी विभाग बदहाल हैं।
देहरादून, जेएनएन। एमबीबीएस चतुर्थ वर्ष की मान्यता के लिए एमसीआइ के निरीक्षण से पहले ही दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय बीमार हो गया है। स्थिति यह कि पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी विभाग बदहाल हैं। पैथोलॉजी लैब में जाच के लिए कई जरूरी रीजेंट्स, टेस्ट किट खत्म हैं। जबकि रेडियोलॉजी में सीटी स्कैन मशीन 25 फरवरी से खराब पड़ी है। इतना ही नहीं एक सप्ताह से अस्पताल की तीनों डायलिसिस मशीनें भी ठप हैं। ऐसे में अस्पताल प्रशासन के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं।
बूढ़ी मशीनें दे रहीं दगा
अस्पताल में बूढ़ी मशीनें अस्पताल प्रशासन के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही हैं। बीते 25 फरवरी से यहां सीटी स्कैन मशीन खराब पड़ी है। यह मशीन करीब डेढ़ दशक पुरानी है, जिसके बदले अब नई मशीन खरीदने की तैयारी है। अस्पताल प्रशासन का यह दावा है कि रेडियोलॉजी विभाग को नई एक्स-रे व सीटी-स्कैन मशीन जल्द मिल जाएंगी। इधर अस्पताल में 2004 में स्थापित डायलिसिस की तीन मशीनें भी सही रखरखाव न होने के कारण ठप पड़ गई हैं। इनके मैंम्ब्रेन फिल्टर में दिक्कत आई है। इसे ठीक कराने में तीन लाख तक का खर्च आएगा।
कई बीमारियों की जाच बंद अस्पताल में कई पैथोलॉजी जाच भी बंद हैं। लैब में जाच के लिए जरूरी रीजेंट्स, टेस्ट किट खत्म हो चुकी हैं। यह स्थिति भी एकाएक नहीं बनी बल्कि तकरीबन एक माह से यही हाल है। हेपेटाइटिस-सी, हेपेटाइटिस- बी, विडाल-टाइफाइड, एएसओ-इन्फेक्शन और सीआरपी यानी सी-रिएक्टिव प्रोटीन की किट खत्म होने से जाच नहीं हो पा रही है। जबकि अस्पताल की पैथोलॉजी लैब में रोजाना औसतन 350 मरीज विभिन्न जाचों के लिए पहुंच रहे हैं। मौसमी बदलाव के कारण भी इन दिनों मरीजों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में जांच प्रभावित होने से मरीज परेशान हैं।
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