औद्यानिकी फसलों पर कुदरत की मार से किसान परेशान, क्षति का फिर से होगा आकलन
कृषि और उद्यान मंत्री ने उद्यान विभाग से औद्यानिकी को इस माह पहुंची क्षति का आकलन कर रिपोर्ट मांगी है।
By Edited By: Published: Mon, 11 May 2020 07:50 PM (IST)Updated: Tue, 12 May 2020 03:34 PM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। औद्यानिकी फसलों पर कुदरत की मार थमने का नाम नहीं ले रही। पिछले माह तक 26 करोड़ से अधिक का नुकसान झेल चुकी औद्यानिकी फसलें इस माह भी नियमित अंतराल में हो रही ओला-अतिवृष्टि और आंधी-तूफान से बेहाल हैं। इससे किसानों के माथों पर बल पड़े हैं तो सरकार की चिंता भी बढ़ने लगी है। कृषि और उद्यान मंत्री ने उद्यान विभाग से औद्यानिकी को इस माह पहुंची क्षति का आकलन कर रिपोर्ट मांगी है। एक तो लॉकडाउन के चलते श्रमिक न मिलने से औद्यानिकी पर असर पड़ा, उस पर रही-सही कसर पूरी कर दी मौसम की मार ने। ओला-अतिवृष्टि और आंधी-तूफान के कारण आम, लीची, सेब, आड़ू, पुलम समेत अन्य फलों के अलावा सब्जियों को भारी नुकसान पहुंचा।
सरकार ने पिछले माह आकलन कराया तो 30 अप्रैल तक औद्यानिकी को हुआ नुकसान 26 करोड़ रुपए आंका गया। प्रभावित किसानों को आपदा फंड से क्षतिपूर्ति देने की कवायद चल रही है। इस बीच मई की शुरुआत से अब तक मौसम की बेरुखी ने औद्यानिकी को फिर से भारी क्षति पहुंचाई है। इससे राज्य में फलोत्पादन कम रहना लगभग तय माना जा रहा है।
राज्य में फलोत्पादन
फसल-------------क्षेत्रफल-------------उत्पादन
सेब----------------25676--------------57753
आम--------------36775---------------154032
लीची-------------10610----------------24261
आड़ू---------------8194-----------------58489
नींबू वर्गीय--------21607---------------90923
पुलम--------------8991-----------------36197
खुबानी------------8065------------------28027
नाशपाती---------13193-----------------77254
अखरोट-----------17623-----------------20054
अमरूद-------------3978-----------------20099
आंवला--------------1396-----------------2434
(नोट: क्षेत्रफल हेक्टेयर और उत्पादन मीट्रिक टन में।)
कृषि औक उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि इस माह भी अब तक मौसम की मार से औद्यानिकी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। इसका भी आकलन कर जिलेवार रिपोर्ट देने के निर्देश उद्यान विभाग को दिए गए हैं। यह रिपोर्ट मिलने के बाद प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
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