जागरण संवाददाता, देहरादून: Holi 2023: ट्रेन या बस में भले पांव रखने की जगह न हो, लेकिन किसी तरह से जिद्दोजहद कर उनमें सवार हो गए और पूरा सफर खड़े होकर तय किया।
होली की छुट्टी पर घर जाने वालों की भीड़ का यह नजारा सोमवार को देहरादून रेलवे स्टेशन और आइएसबीटी पर देखने को मिला। पूर्वांचल मार्ग की ट्रेनें पैक स्थिति में रवाना हुईं तो दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेरठ, बरेली, मुरादाबाद, चंडीगढ़ व हल्द्वानी आदि मार्गों पर परिवहन निगम की बसें पूरी तरह फुल रहीं।
रात की ट्रेन में पांव रखने तक की जगह नहीं
दिल्ली मार्ग पर यात्रियों का सबसे ज्यादा रेला रहा और इस रूट पर लगाई गई अतिरिक्त बसें भी कम पड़ गईं। दूसरी ओर, रेलवे स्टेशन पर भी यही हाल देखने को मिला। रात की ट्रेन में पांव रखने तक की जगह नहीं रही। लिंक एक्सप्रेस, दून-हावड़ा एक्सप्रेस समेत जनता एक्सप्रेस फुल रहीं।
जनरल टिकटों के लिए मारामारी मची रहीं, वहीं, यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त काउंटर भी लगाए गए हैं। ट्रेनों की संख्या कम, जबकि यात्रियों की संख्या हजारों में रही।
सरकारी नौकरी पेशा तो सोमवार दोपहर से ही रवाना होने शुरू हो गए थे, लेकिन रात होते-होते निजी नौकरी पेशा की भी भीड़ घर जाने के लिए आइएसबीटी व रेलवे स्टेशन पर उमड़ पड़ी।
इस दौरान आइएसबीटी पर सबसे ज्यादा भीड़ दिल्ली मार्ग पर नजर आई। वाल्वो, एसी व जनरथ बसों के लिए टिकट बुकिंग तो पहले ही फुल थी। साधारण बस में भी सीटें फुल होने से यात्रियों को खड़े होकर सफर करना पड़ा।
हालात ऐसे रहे कि यात्री बसों की छत पर चढ़कर जाने को भी तैयार थे, पर इसकी अनुमति नहीं मिली। उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने भी अतिरिक्त बसें लगाई हुई थीं।
इस वजह से उत्तराखंड परिवहन निगम पर कुछ दबाव कम हुआ। देहरादून से कुमाऊं की तरफ जाने वाले यात्रियों की संख्या भी खासी अधिक रही। इस मार्ग पर बसों की संख्या कम होने से यात्रियों ने मैक्स कैब व टैक्सी से सफर किया।
पैक रवाना हुई जनता व हावड़ा
होली के त्योहार पर पूर्वांचल जाने वाली ट्रेनें देहरादून से ही पैक होकर चल रही हैं। सोमवार को देहरादून से वाराणसी के बीच चलने वाली जनता एक्सप्रेस शाम सवा छह बजे पैक होकर रवाना हुई।
वहीं, रात दस बजे देहरादून से हावड़ा जाने वाली कुंभ एक्सप्रेस में भी यात्रियों की भीड़ रही। त्योहारी सीजन में घर पहुंचने की होड़ में यात्रियों ने टिकट नहीं मिलने पर चालान रसीद के सहारे खड़े होकर यात्रा की।
देहरादून से पूर्वांचल जाने वाली ट्रेनों में इन दिनों वेटिंग लिस्ट 300 से पार चल रही है। सोमवार दोपहर एक बजकर 25 मिनट पर रवाना होने वाली देहरादून सूबेदारगंज लिंक एक्सप्रेस में भीड़ का आलम यह था कि ट्रेन 12 बजे ही पैक हो गई थी।
यात्रियों की भीड़ से प्लेटफार्म तक पैक रहे। रेलवे ने लंबी दूरी की ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए हुए थे, लेकिन इससे भी यात्रियों को राहत नहीं मिली। काठगोदाम, कोटा व अमृतसर मार्ग की ट्रेनें भी खचाखच भरी हुई रवाना हुईं।
डग्गामार वाहनों ने काटी चांदी
होली पर बसें व ट्रेनें कम पड़ने से डग्गामार वाहनों की जमकर मौज रही। मैक्स, कैब, टैक्सी व प्राइवेट बस वालों ने सीट के लिए यात्रियों से मनमाना किराया लिया। 400 रुपये के किराये वाले सफर के डग्गामार वाहनों संचालकों ने 600 से 700 रुपये तक वसूले गए।
मजबूरी में यात्रियों को इन वाहनों की मनमानी सहन करनी पड़ी। सुबह से रात तक डग्गामार वाहन दौड़ते रहे, पर किसी जिम्मेदार सरकारी महकमे ने इन्हें पकड़ने की जहमत नहीं उठाई।
परिवहन निगम ने बसों के फेरे बढ़ाए
यात्रियों की भीड़ के मद्देनजर उत्तराखंड परिवहन निगम ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा व हल्द्वानी मार्ग पर बसों के फेरे 30 प्रतिशत बढ़ा दिए हैं।
उत्तराखंड परिवहन निगम के महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि यात्रियों की जरूरत को देखकर बसों की संख्या बढ़ाई गई है। कोशिश यह रहेगी कि यात्रियों को खड़े होकर सफर न करना पड़े। सोमवार की रात दिल्ली से लौटने वाली बसों में भी भारी भीड़ रही।