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Hemkund Sahib Yatra : आज पंज प्यारों की अगुआई में रवाना हुआ श्रद्धालुओं का पहला जत्था, 22 मई को खुलेंगे कपाट

Hemkund Sahib Yatra कपाट 22 मई से श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने हैं। गुरुवार को पंज प्यारों की अगुआई में श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना हो गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटा.) गुरमीत सिंह व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जत्‍थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

By Nirmala BohraEdited By: Published: Thu, 19 May 2022 08:17 AM (IST)Updated: Thu, 19 May 2022 12:17 PM (IST)
Hemkund Sahib Yatra : आज पंज प्यारों की अगुआई में रवाना हुआ श्रद्धालुओं का पहला जत्था,  22 मई को खुलेंगे कपाट
Hemkund Sahib Yatra : राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने जत्‍थे को हरी झंडी दिखाकर कि‍या रवाना

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: Hemkund Sahib Yatra : समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर चमोली जिले में स्थित गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब के लिए गुरुवार को श्रद्धालुओं को पहला जत्था ऋषिकेश से रवाना हुआ। जत्थे को गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट ऋषिकेश में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटा.) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंज प्यारों की अगुआई में रवाना किया। हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट 22 मई को खोले जाने हैं।

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जत्थे की रवानगी से पूर्व गुरुद्वारा के दरबार हाल में कीर्तनीय रागी जत्थे और हेमकुंड साहिब गुरमत संगीत बाल विद्यालय के विद्यार्थियों ने गुरुवाणी का पाठ व कीर्तन की प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटा.) गुरमीत सिंह ने कहा कि उत्तराखंड के निवासियों ने हमेशा 'अतिथि देवो भव:' की परंपरा के साथ श्रद्धालुओं का स्वागत किया है।

सेवा का कार्य अपने आप में सबसे महान है और यह तब और भी महान हो जाता है, जब हमें श्रद्धालुओं की सेवा का अवसर मिलता है। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड के तीर्थ अत्याधिक ऊंचाई वाले हिमालयी क्षेत्र में स्थित हैं, जहां मौसम और परिस्थितियां सामान्य नहीं रहती। उन्होंने श्रद्धालुओं से स्वास्थ्य व सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने की अपील की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण दो वर्ष यात्रा बाधित रही। लेकिन, इस वर्ष श्रद्धालुओं में अपार उत्साह देखने को मिल रहा है। इसलिए सरकार की चुनौतियां भी बढ़ गई हैं। सरकार का पूरा प्रयास है कि यात्रा में किसी भी तरह की असुविधा श्रद्धालुओं को न हो।

धामों में क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारण सरकार को दर्शनों के लिए संख्या निर्धारित करनी पड़ी है। इससे श्रद्धालुओं को परेशानी अवश्य हुई, लेकिन सरकार की जिम्मेदारी यही है कि हर श्रद्धालु सुरक्षित यात्रा कर सके। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल व गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष सरदार नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा भी उपस्थित थे।

शीघ्र होगा हेमकुंड तक रोपवे निर्माण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हेमकुंड साहिब के लिए प्रस्तावित 15 किमी लंबे रोपवे का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केंद्र सरकार ने हेमकुंड साहिब में रोपवे के लिए 750 करोड़ की मंजूर दे दी है। सर्वे और डीपीआर का कार्य भी पूरा किया चुका है।

प्रतिदिन 5000 श्रद्धालु टेकेंगे मत्था

हेमकुंड साहिब में भी चारधाम की तर्ज पर कैरिंग कैपेसिटी के हिसाब से दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की संख्या तय की गई है। हेमकुंड साहिब में प्रतिदिन अधिकतम पांच हजार श्रद्धालु ही मत्था टेक सकेंगे। ट्रस्ट के उपाध्यक्ष ने बताया कि संख्या तय किए जाने के साथ ही पंजीकरण व स्लाट भी उसी हिसाब से जारी किए जा रहे हैं। यदि श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती है तो उन्हें ऋषिकेश में ही रोककर तय संख्या के हिसाब से यात्रा संचालित की जाएगी।

20 हजार श्रद्धालुओं ने कराया आनलाइन पंजीकरण

हेमकुंड साहिब के लिए आनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था पूर्व में ही खोल दी गई थी। अब तक कुल 20 हजार श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं। हालांकि, धाम में श्रद्धालुओं की संख्या तय होने के बाद अब स्लाट के हिसाब से ही उन्हें ऋषिकेश से आगे भेजा जाएगा। अभी हेमकुंड साहिब में दर्शन के स्लाट उपलब्ध हैं। ट्रस्ट के प्रबंधक सरदार दर्शन सिंह ने बताया कि गुरुवार को लगभग 1800 श्रद्धालु हेमकुंड के लिए रवाना होंगे।


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