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दून समेत आठ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

उत्तराखंड में धीरे-धीरे मानसून की सक्रियता बढ़ने लगी है। मौसम विभाग ने शनिवार को प्रदेश के आठ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। शुक्रवार को पिथौरागढ़ मुनस्यारी कोटद्वार और टिहरी के कुछ हिस्सों में तड़के मूसलाधार बारिश हुई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Jul 2020 03:00 AM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2020 06:10 AM (IST)
दून समेत आठ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
दून समेत आठ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड में धीरे-धीरे मानसून की सक्रियता बढ़ने लगी है। मौसम विभाग ने शनिवार को प्रदेश के आठ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। शुक्रवार को पिथौरागढ़, मुनस्यारी, कोटद्वार और टिहरी के कुछ हिस्सों में तड़के मूसलाधार बारिश हुई। जबकि दून समेत अन्य मैदानी इलाकों में हल्की बौछारों के बाद दिनभर उमस ने बेहाल किया। हालांकि, प्रदेश के अधिकांश इलाकों में घने बादलों का डेरा है।

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मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार शुक्रवार देर रात से मूसलाधार बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। हालांकि, अभी गढ़वाल मंडल में अपेक्षा से कम ही बारिश हो रही है। उधर, कुमाऊं में पिथौरागढ़, बागेश्वर और चंपावत में तेज बारिश का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को भी यहां मेघ खूब बरसे। जिसके चलते चीन सीमा के निकट तवाघाट-लिपुलेख मार्ग मलबा आने से करीब आठ घंटे बाधित रहा। लगातार हो रही बारिश के कारण यह मार्ग बार-बार अवरुद्ध हो रहा है। इसके अलावा थल-मुनस्यारी मार्ग पर भी मलबा आने के कारण आवाजाही बाधित रही। सात तक तल्ख रहेंगे मौसम के तेवर

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक उत्तराखंड में मानसून की सक्रियता बढ़ गई है। चार से सात जुलाई तक नैनीताल, पिथौरागढ़, बागेश्वर, ऊधमसिंह नगर, देहरादून, पौड़ी और टिहरी में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का क्रम जारी रहेगा। हाई अलर्ट पर रहेंगे अधिकारी

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी जिलों को भारी बारिश के अलर्ट के चलते सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। जिसके तहत चार जुलाई से सात जुलाई तक विभिन्न निर्देशों के अनुपालन को कहा गया है।

-आपदा-दुर्घटना की स्थिति में सूचनाओं के आदान-प्रदान की उचित व्यवस्था बनाई जाए।

-आपदा प्रबंधन आइआरएस प्रणाली के नामित सदस्य अधिकारी व विभागीय नोडल अधिकारी अलर्ट पर रहेंगे।

-एनएच, लोनिवि, पीएमजीएसवाई, एडीबी, बीआरओ आदि किसी भी मोटर मार्ग के बारिश होने पर तत्काल कार्रवाई करेंगे।

-राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में बने रहेंगे।

-चौकी-थाने भी आपदा संबंधी उपकरणों और वायरलेस के साथ अलर्ट रहेंगे।

-आपदा की स्थिति में आपदा नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर 01352710334, टोल फ्री नंबर 1070, 9557444486 व 8266055523 पर सूचित करें।

-नगर और कस्बों में नालियों के अवरोधों को दूर किया जाए।


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