तीन पैथोलॉजी लैब सील, एक दर्जन निजी अस्पतालों को नोटिस
जागरण संवाददाता, विकासनगर: क्लीनिकल एस्टेबलिशमेंट एक्ट में पंजीकरण न कराने पर विकासनगर
जागरण संवाददाता, विकासनगर: क्लीनिकल एस्टेबलिशमेंट एक्ट में पंजीकरण न कराने पर विकासनगर के तीन पैथोलॉजी लैब को सील किया गया, जबकि बंद मिले करीब एक दर्जन निजी अस्पतालों पर नोटिस चस्पा किए गए हैं। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग और तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की। वहीं एक्ट के तहत पंजीकरण न कराने वाले चिकित्सकों में हड़कंप की स्थिति रही। उधर, निजी चिकित्सकों ने एक्ट में बदलाव न होने के विरोध में चौथे दिन भी अपने क्लीनिक व अस्पताल बंद रखे।
बतादें कि महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य के निर्देश पर सीएमओ ने नैदानिक स्थापन अधिनियम अंतर्गत अपंजीकृत सभी नैदानिक स्थापनों को सील करने के लिए ब्लॉकवार चिकित्सकों की टीम बनायी है। तहसील विकासनगर के स्थानीय ब्लॉक में सीएचसी प्रभारी डॉ. केके शर्मा, सहसपुर में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीएस रावत, कालसी व चकराता तहसीलों में प्रभारी चिकित्साधिकारी कालसी राजीव दीक्षित, प्रभारी चिकित्साधिकारी चकराता डॉ. र¨वद्र चौहान को निरीक्षण कर कार्रवाई के लिए अधिकृत किया है। सोमवार को नगर क्षेत्र में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके शर्मा, डॉ. विजय ¨सह, नायब तहसीलदार पंचम ¨सह की संयुक्त टीम ने निजी चिकित्सालयों व पैथोलॉजी लैब का निरीक्षण किया। इस दौरान बिना पंजीकरण के खुली तीन पैथोलॉजी लैब को सील किया गया। टीम को सभी निजी क्लीनिक, अस्पताल व नर्सिंग होम बंद मिले। जिस पर टीम ने एक दर्जन निजी अस्पतालों पर नोटिस चस्पा किए। नोटिस में कहा गया कि पहले भी पंजीकरण के संबंध में सूचना दी गयी थी, लेकिन पंजीकरण नहीं कराए गए, इसलिए अंतिम नोटिस चस्पा करने की कार्रवाई की गयी। प्रशासन की इस कार्रवाई से निजी चिकित्सकों में हड़कंप की स्थिति है।