प्लेटफॉर्म तोड़ स्टेशन परिसर में घुसी हावड़ा एक्सप्रेस, बाल-बाल बचे लोग
हावड़ा एक्सप्रेस अचानक अनियंत्रित होकर प्लेटफॉर्म में जा घुसी और डेड एंड तोड़ते हुए विद्युत पोल से जा टकराई।
देहरादून, जेएनएन। शनिवार रात रवाना होने से पूर्व प्लेटफार्म पर लगने जा रही दून एक्सप्रेस (दून-हावड़ा) हादसे का शिकार हो गई। पिछली बोगी प्लेटफार्म का अंतिम सिरा तोड़कर स्टेशन परिसर की तरफ पहुंच गई और बेपटरी हो गई। ईश्वर की कृपा से बड़ा हादसा टल गया व जान की कोई हानि नहीं हुई। पांच यात्री ट्रेन की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। इस दौरान कोच क्षतिग्रस्त हो गया। लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद कोच दुरुस्त कर ट्रेन को रवाना किया गया।
घटना रात साढ़े सात बजे प्लेटफार्म नंबर दो पर हुई। रोजाना की तरह वाशिंग के बाद दून एक्सप्रेस शंटिंग के लिए प्लेटफार्म पर लग रही थी। यह गाड़ी रात आठ बजे दून से रवाना होती है। प्लेटफार्म पर बैक आते हुए ट्रेन रुकी ही नहीं व अंतिम कोच डेड एंड (अंतिम छोर) को तोड़ता हुआ आगे बढ़ता गया। करीब एक मीटर का सीमेंटेड हिस्सा तोड़ते हुए विद्युत पोल से टकराने के बाद ट्रेन रुक गई। प्रत्यक्षदर्शी अशोक कुमार और पप्पू ने बताया कि पांच लोग प्लेटफार्म के अंतिम स्थान पर बने चबूतरे में बैठे हुए थे। इस दौरान कोच तेज गति से अपनी ओर आते देख लोग डर गए और दौड़कर जान बचाई।
दून स्टेशन अधीक्षक एसडी डोभाल ने बताया कि बड़ा हादसा होते-होते टल गया है। हादसे में किसी को चोट नहीं आई है। जानकारी मिली है कि ट्रेन की गति अधिक थी। इस वजह से ट्रेन प्लेटफार्म को तोड़ते हुए आगे बढ़ गई। वास्तविक कारण जांच के बाद ही सामने आ पाएगा।
..तो हो सकते थे बीस यात्री घायल
यात्री मुकेश कुमार ने बताया कि जब शंटिंग हो रही थी, उस वक्त वह अपने चार रिश्तेदारों के साथ कोच में चढ़ चुके थे। जब अंतिम कोच प्लेटफार्म से टकराया तो बहुत तेज झटका लगा और वह कोच के दूसरी तरफ जा गिरे। कहा कि अन्य सभी का भी यही हाल था। गनीमत रही कि मामूली खरोंचे ही आई। वहीं, यात्री वीरेंद्र सिंह ने बताया कि वह भी कोच में चढ़ चुके थे। लेकिन, बाल-बाल बच गए।
ट्रेन रवाना होने पर ली राहत की सांस
हादसे के दस से 15 मिनट तक तो रेलवे के अधिकारी-कर्मचारी भी कुछ समझ नहीं पाए। हालांकि इसके बाद उन्होंने क्षतिग्रस्त कोच को पटरी पर लाने का काम शुरू कर यात्रियों को ट्रेन के विलंब से रवाना होने की जानकारी दी। स्टेशन अधीक्षक डोभाल ने बताया कि करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद ट्रेन को पटरी पर लाया जा सका। रात करीब दस बजे दो घंटे की देरी से ट्रेन स्टेशन से रवाना कर दी गई। ट्रेन में करीब 450 यात्री सवार रहे। ट्रेन के रवाना होते रही रेलवे अधिकारी-कर्मचारियों ने राहत की सांस ली। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि हादसे का अन्य ट्रेनों के संचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। सभी ट्रेनें समय पर रवाना की गई।
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