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राष्ट्रीय राजमार्ग के जर्जर पुल से गुजर रहे भारी वाहन

कालसी दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 507 पर काली माता मंदिर के पास पुराने जर्जर पुल से प्रतिदिन भारी वाहन गुजर रहे हैं। इससे किसी भी दिन पुल गिर सकता है जिससे बड़े हादसे की आशंका बनी हुई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 12:31 AM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 12:31 AM (IST)
राष्ट्रीय राजमार्ग के जर्जर पुल से गुजर रहे भारी वाहन
राष्ट्रीय राजमार्ग के जर्जर पुल से गुजर रहे भारी वाहन

संवाद सूत्र, कालसी: दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 507 पर काली माता मंदिर के पास पुराने जर्जर पुल से भारी वाहन गुजर रहे हैं। एनएच लोनिवि खंड बड़कोट ने भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की जगह केवल चेतावनी बोर्ड लगाकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली है, लेकिन पुल से गुजरते भारी वाहनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जर्जर पुल कभी भी ढह सकता है, जिससे हादसे की आशंका बनी रहती है।

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राष्ट्रीय राजमार्ग पर बना पुल संकरा होने के साथ ही काफी पुराना है, जिससे रात दिन ओवरलोड ट्रक और डंपर गुजर रहे हैं। यह पुल 18 टन पर पास है, लेकिन यहां से बड़े डंपर लेकर चालक जान जोखिम में डालकर गुजर रहे हैं। आसपास से क्षेत्र के दो स्टोन क्रशर प्लांट से उपखनिज भरकर ट्रैक्टर और डंपर पुल से गुजरते रहते हैं। यमुना नदी में रात दिन अवैध खनन हो रहा है, जिसके वाहन भी इसी पुल से गुजर रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि पुल जर्जर होने के चलते भारी वाहन की आवाजाही से धराशाई हो जाएगा, लेकिन स्थान प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। पुल से जौनसार-बावर के करीब दो सौ गांवों के ग्रामीण भी प्रतिदिन आवाजाही करते हैं। बावजूद इसके कि अधिशासी अभियंता ने स्पष्ट शब्दों में लिखा हुआ है कि यह पुल क्लास बी लोडिग हेतु निर्मित है, लेकिन इसके बावजूद भारी वाहन गुजर रहे हैं। क्षेत्रीय ग्रामीण राकेश उत्तराखंडी और गजेन्द्र भंडारी का कहना है कि कई बार उच्चाधिकारियों से इस संबंध में शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जर्जर पुराने पुल को डबल लेन बनाने के लिए मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन सौंपा गया है। वहीं इस संबंध में उप जिलाधिकारी कालसी संगीता कन्नौजिया का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों से जवाब मांगा जाएगा।


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