सवा तीन साल की देरी पर माफी मांगे भगत : हरीश रावत
हरीश रावत ने एस्केप चैनल को लेकर उन पर किए गए प्रहार पर पलटवार किया है। उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत से भी इस मामले में जनता से क्षमा मांगने को कहा है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने हरिद्वार में एस्केप चैनल को लेकर उन पर किए गए प्रहार पर पलटवार किया है। उन्होंने सवाल दागा कि पिछली सरकार के आदेश को पलटने में सवा तीन साल से फैसला लेने में देरी की वजह भाजपा सरकार को बतानी चाहिए। उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत से भी इस मामले में जनता से क्षमा मांगने को कहा है।
हरिद्वार में एस्केप चैनल के संबंध में पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान आदेश जारी करने पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने खेद जताया। इस मामले में प्रदेश सरकार और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की ओर से उन पर किए गए हमले पर उन्होंने तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार को सवा तीन साल से ज्यादा हो गया है। सरकार ने अब तक इस फैसले को नहीं पलटा। इस बारे में जवाब देना चाहिए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के उनके मुख्यमंत्रित्व काल के उक्त फैसले को बिल्डर्स को राहत पहुंचाने के प्रयासों के आरोपों के जवाब में उन्होंने भगत से माफी मांगने को कहा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का फैसला सवा तीन साल से यह सरकार भी जारी रखे है तो उसने जो लाभ दिए, उसके बारे में स्पष्ट करना चाहिए।
कांग्रेस मनाएगी हरेला पखवाड़ा: प्रीतम सिंह
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि पार्टी पूरे प्रदेश में हरेला पखवाड़ा मनाएगी। कांग्रेसजन न्याय पंचायत स्तर तक सघन पौधारोपण करेंगे।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में गुरुवार को बैठक में उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और राज्यवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने प्रदेश के समस्त कांग्रेसजनों, जिला व महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों, ब्लाक व नगर अध्यक्षों, विधायकगणों, पूर्व विधायकगणों व सांसद, विधानसभा प्रत्याशीगणों से अगले एक पखवाडे तक प्रदेशभर में अपने-अपने क्षेत्रों में पौधारोपण करने का आह्वान किया।
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उन्होंने राज्य सरकार को सुझाव दिया कि 20 फीसद खाली पड़ी वन भूमि में वन से जुड़ी गतिविधियां चलाने की योजना बनाकर उसे रोजगार से जोड़ा जाए। हिमालय में हरियाली कम होती जा रही है, उसकी रक्षा के लिए पौधारोपण कार्यक्रमों का आयोजन आवश्यक है। उत्तराखंड में हरेला पर्व के रूप में पौधारोपण की परंपरा सदियों पुरानी रही है। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, महामंत्री विजय सारस्वत, राजेंद्र शाह, ताहिर अली समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।
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