Haridwar Panchayat Election 2022 : राज्य गठन के बाद पहली बार हरिद्वार जिला पंचायत में बनेगा भाजपा का बोर्ड
Haridwar Panchayat Election 2022 हरिद्वार जिले में पंचायत चुनाव का प्रदर्शन भाजपा के लिए इसलिए भी बड़ी राहत देने वाला है क्योंकि इस वर्ष की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन पहले की अपेक्षा कमजोर रहा था।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: Haridwar Panchayat Election 2022 : भाजपा ने हरिद्वार जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जोरदार प्रदर्शन कर कांग्रेस और बसपा के गणित को पूरी तरह गड़बड़ा दिया।
जिला पंचायत की 44 में से 14 सीट जीतकर भाजपा न केवल प्रतिद्वंद्वियों पर बढ़त बनाने में सफल रही, अपितु अब अन्य दलों के विजयी सदस्यों को अपने पाले में लाकर और निर्दलीयों की मदद से पहली बार बोर्ड बनाने जा रही है।
हरिद्वार जिले में पंचायत चुनाव का प्रदर्शन भाजपा के लिए इसलिए भी बड़ी राहत देने वाला है, क्योंकि इस वर्ष की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन पहले की अपेक्षा कमजोर रहा था।
महज सात महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को केवल तीन सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस पांच व बसपा के हिस्से दो सीटें आई। भाजपा को मिली तीनों सीटें शहरी क्षेत्रों की हैं। यानी ग्रामीण क्षेत्र में भाजपा प्रतिद्वंद्वी पार्टियों से पिछड़ गई थी।
44 में से भाजपा ने 14 सीटों पर जीत हासिल की
अब पंचायत चुनाव में जिला पंचायत की 44 में से भाजपा ने 14 सीटों पर जीत हासिल की। कांग्रेस को पांच व बसपा को छह सीटों पर सिमटना पड़ा। पिछले चुनाव में जिला पंचायत की तस्वीर इसके बिल्कुल उलट थी। तब भाजपा के पास केवल तीन सीट थीं, जबकि बसपा 16 व कांग्रेस 13 सीटें जीतने में सफल रही थीं।
साफ है कि इस पंचायत चुनाव में भाजपा ने जोरदार प्रदर्शन कर राज्य गठन के बाद पहली बार जिला पंचायत बोर्ड बनाने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। भाजपा को मिली इस सफलता के पीछे पार्टी की सुविचारित रणनीति की अहम भूमिका रही। भाजपा ने यह चुनाव चंपावत विधानसभा उपचुनाव की तर्ज पर बूथ पर ध्यान केंद्रित कर लड़ा।
महज एक जिले के पंचायत चुनाव होने के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार के कई दौरे किए। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के लिए नए दायित्व के साथ यह पहली बड़ी चुनावी चुनौती थी, लिहाजा वह भी मोर्चे पर डटे रहे।
रणनीतिकार की भूमिका में दिखे रमेश पोखरियाल निशंक
हरिद्वार के सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक पंचायत चुनाव में रणनीतिकार की भूमिका में दिखे। अन्य दलों के व्यापक जनाधार रखने वाले नेताओं को अपने पाले में लाने में वह सक्रिय रहे।
यही नहीं, भाजपा चुनाव परिणाम के बाद बोर्ड बनाने के लिए जरूरी बहुमत के 23 के आंकड़े को छूने के लिए भी सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ी। इसीलिए भाजपा ने अन्य दलों और निर्दलीय, कुल 17 नव निर्वाचित सदस्यों को रविवार तक पार्टी में शामिल कराकर 44 सदस्यीय जिला पंचायत में अपने सदस्यों का आंकड़ा 31 तक पहुंचा दिया।
भाजपा सबका साथ, सबका विकास विकास, सबका विश्वास व सबका प्रयास के मूलमंत्र पर कार्य करती है। हरिद्वार जिले के पंचायत चुनाव में जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य के विकास को उठाए जा रहे कदमों पर मुहर लगाई है। अब जिला पंचायत में भाजपा का बोर्ड बनने पर ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को ठोस कदम उठाए जाएंगे।
- महेंद्र भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा