हरेला पर राज्यपाल ने किया आम की प्रजातियों का रोपण
राज्य ब्यूरो, देहरादून राज्यपाल डॉ. कृष्ण कात पाल ने रविवार को राजभवन में हरेला पर्व के अव
राज्य ब्यूरो, देहरादून
राज्यपाल डॉ. कृष्ण कात पाल ने रविवार को राजभवन में हरेला पर्व के अवसर पर कम शर्करा युक्त आम प्रजातियों का रोपण किया। इन प्रजातियों में मुख्यतया पूसा, सूर्या, लालिमा एवं अरुणिमा का रोपण किया गया, जो बौनी प्रजातियों में आती हैं। राज्यपाल ने उद्यान विभाग को इन प्रजातियों के व्यावसायिक उत्पादन तथा आम जनमानस को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं देते हुए राज्यपाल डॉ. पाल ने कहा कि सास्कृतिक महत्व के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से भी हरेला पर्व का बहुत महत्व है। उत्तराखंड चिपको आंदोलन की भूमि है और यहा से पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रभावी संदेश जाना चाहिए। उन्होंने प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि हरेला पर्व के अवसर पर अपने घरों, मोहल्लों, सामुदायिक पार्को में वृक्षारोपण करें तथा लगाए गए पौधों की नियमित देखभाल भी करें। इस अवसर पर निदेशक उद्यान आरसी श्रीवास्तव ने बताया कि इन प्रजातियों के पौधे विभागीय प्रक्षेत्र काशीपुर में तैयार कर कृषकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। 23 एवं 24 जून को लखनऊ में आयोजित उत्तर प्रदेश आम महोत्सव में अरुणिमा प्रजाति के आम फल को सर्वोत्तम पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है। इनसेट
हरेला लोक संस्कृति का पर्व: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरेला पर्व हमारी लोक संस्कृति, प्रकृति एवं पर्यावरण के साथ जुडाव का प्रतीक है। प्रकृति को महत्व देने की हमारी परंपरा रही है। प्रकृति के विभिन्न रूपों की हम पूजा करते है। हमारी इन परंपराओं का वैज्ञानिक आधार भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लोकगीत तथा पर्व भी प्रकृति प्रेम एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हैं। हमें जीवन कैसे जीना चाहिए, इसका मार्गदर्शन भी करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा की हरेला हरियाली तथा ऋतुओं का पर्व है। मुख्यमंत्री सोमवार सुबह अल्मोड़ा जिले के काटली, सोमेश्वर में कोसी व रुद्रधारी नदी के संगम स्थल पर हरेला पूजा व पौधरोपण कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके बाद दोपहर में जागेश्वर धाम में श्रावणी मेले का उद्घाटन करेंगे।