उत्तराखंड में भारी गुजर सकते हैं अगले 24 घंटे
उत्तराखंड में अगले चौबीस घंटे बारिश के लिहाज से बेहद संवेदनशील हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून:
चारधाम व हेमकुंड साहिब समेत गढ़वाल-कुमाऊं की ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी और निचले स्थानों पर बारिश का दौर जारी रहने से पूरे पहाड़ में ठंडक महसूस की जाने लगी है। भाबर व तराई समेत मैदानों में भी रुक-रुककर बारिश होने से मौसम खुशगवार हो गया है। उधर, लगातार बारिश के चलते बोल्डर व मलबा आने से रविवार को दोपहर बाद बदरीनाथ हाइवे लामबगड़ में बंद हो गया है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अगले 24 घंटों में देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। शेष स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं।
गढ़वाल मंडल में बदरीनाथ व हेमकुंड साहिब समेत नीलकंठ, नर-नारायण पर्वत, जोशीमठ, फूलों की घाटी, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की ऊंची चोटियों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। जबकि, निचले स्थानों पर बारिश का सिलसिला जारी है। इसके चलते पूरे पहाड़ में तापमान काफी नीचे आ गया है। हालांकि, पर्यटक व तीर्थयात्री बर्फ से ढकी चोटियों को निहारकर आनंदित हो रहे हैं। लगातार बारिश के चलते जहां केदारनाथ के लिए हेली सेवाओं का संचालन प्रभावित हुआ, वहीं पुनर्निर्माण कार्यों पर भी इसका व्यापक असर पड़ा है। केदारपुरी में लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। यही हाल गंगोत्री व यमुनोत्री धाम का भी है। निचले स्थानों उत्तरकाशी, चिन्यालीसौड़, बड़कोट, पुरोला व नौगांव में भी लोगों ने अपने गर्म कपड़े बाहर निकाल लिए हैं।
उधर, कुमाऊं मंडल में नंदा देवी, नंदा कोट, बृजगंग, पंचाचूली, व्यास व दारमा की चोटियों समेत लिपूलेख टॉप से नावीढांग टॉप तक लगातार बर्फबारी और शेष स्थानों पर बारिश के चलते नदी-नाले उफना गए। साथ ही टनकपुर-पिथौरागढ़ हाइवे कई स्थानों पर मलबा आने ने अवरुद्ध हो गया। इसके अलावा कफनी और सुंदरढूंगा घाटी में भी मौसम का पहला हिमपात हुआ है। जिससे पूरा इलाके में ठिठुरन घुल गई है।