अतिथि शिक्षकों को नियुक्ति के लिए करना होगा और इंतजार, जानिए वजह
अतिथि शिक्षकों को नियुक्ति पाने के लिए अभी कुछ और इंतजार करना पड़ेगा। निकाय चुनाव होने तक उन्हें नियुक्ति मिलना मुमकिन नहीं है।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: नियुक्तियां पाने के लिए मशक्कत कर रहे 5034 अतिथि शिक्षकों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। निकाय चुनाव होने तक उन्हें नियुक्ति मिलना मुमकिन नहीं है। वहीं नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने में भी वित्त के परामर्श के बाद पेच फंस गया है। अब इसे निस्तारित करने के बाद ही अतिथि शिक्षकों के लिए मंजिल आसान हो सकेगी।
अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की राह में रह-रहकर अड़चनें पेश आ रही हैं। महीनेभर पहले बीती पांच अक्टूबर को मंत्रिमंडल सरकारी माध्यमिक विद्यलायों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति करने के फैसले पर मुहर लगा चुका है, लेकिन इसके बावजूद आज तक शासनादेश जारी नहीं किया जा सका। अब निकाय चुनाव के चलते प्रदेशभर में आदर्श आचार संहिता लागू है। इसके चलते सरकार अपने स्तर पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति का निर्णय नहीं ले सकती। लिहाजा सरकार की ओर से अतिथि शिक्षकों के संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग की अनुमति को पत्रावली भेजी गई थी।
उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक आयोग ने इस पर सशर्त राहत दी। यानी अतिथि शिक्षकों को नियुक्ति निकाय चुनाव के बाद ही मिल सकेगी। अलबत्ता, उनकी नियुक्ति प्रक्रिया चुनाव के दौरान जारी रखी जा सकेगी। अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया में भी एक पेच है। वित्त से नियुक्ति को हरी झंडी दी जा चुकी है, लेकिन यह अनुमति शैक्षिक सत्र 2018-19 के लिए दी गई है।
वहीं हाईकोर्ट का आदेश और मंत्रिमंडल का फैसला अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति नियमित नियुक्ति के लिए पहला बैच आने तक अतिथि शिक्षकों की तैनाती करने का है। अब अतिथि शिक्षकों को इस पेच से राहत दिलाने की मशक्कत में शिक्षा महकमा जुटा है। यह पेच दूर होने और आचार संहिता हटने तक अतिथि शिक्षकों के 5034 रिक्त पदों पर तैनाती में वक्त लगना तकरीबन तय है। वैसे भी अतिथि शिक्षकों की तैनाती ऑनलाइन होनी है। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय स्तर पर प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट गठित होगी।
ये यूनिट प्रवक्ता के प्रदेश स्तरीय और सहायक अध्यापक के मंडलस्तरीय कैडर के मद्देनजर अतिथि शिक्षकों की जिलेवार सूची बनाएगी। इस सूची को संबंधित जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति को सौंपा जाएगा। मुख्य शिक्षा अधिकारी समिति के सदस्य सचिव और डायट प्राचार्य व जिला शिक्षा अधिकारी-माध्यमिक सदस्य होंगे। ये समिति ही विद्यालयों में रिक्त पदों पर गेस्ट फैकल्टी की तैनाती करेगी। फिलहाल अतिथि शिक्षकों को इस प्रक्रिया के शुरू होने का इंतजार है।
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