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कवि सम्मेलन: मोदी के 15 लाख खर्च नहीं हुए और राहुल के 72 हजार आ गए

ग्राफिक एरा डीम्ड विवि में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें कवियों ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

By Edited By: Published: Tue, 16 Apr 2019 03:01 AM (IST)Updated: Tue, 16 Apr 2019 04:17 PM (IST)
कवि सम्मेलन: मोदी के 15 लाख खर्च नहीं हुए और राहुल के 72 हजार आ गए
कवि सम्मेलन: मोदी के 15 लाख खर्च नहीं हुए और राहुल के 72 हजार आ गए
देहरादून, जेएनएन। ग्राफिक एरा डीम्ड विवि में आयोजित 17वें अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में हास्य और वीर रस की छटा ऐसे बिखरी की श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। देश के जाने-माने कवियों ने अपनी कविताओं के माध्यम से वर्तमान राजनीतिक माहौल में व्यंग्य तो कसा ही साथ ही उत्तराखंड के पलायन के दर्द को भी बखूबी बयां किया। इस अवसर पर प्रसिद्ध वीर रस कवि विनीत चौहान को ग्राफिक एरा काव्य गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। 
कवि सम्मेलन का उद्घाटन महापौर सुनील उनियाल गामा और ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला ने किया। कवि सम्मेलन में कवि विनीत चौहान ने पुलवामा अटैक और सर्जिकल स्ट्राइक पर कविताएं सुनाकर श्रोताओं की वाहवाही लूटी। उनकी कविता 'लो हमने दुम सीधी कर दी उस कायर क्रूर पड़ोसी की' के माध्यम से सेना की वीरता को दर्शकों के समक्ष रखा। 
वहीं, हास्य कवि शम्भू शिखर ने देश की राजनीति के माहौल पर व्यंग्य कर श्रोताओं की मन में पैठ बनाई। उन्होंने अपनी प्रस्तुति 'मोदी के 15 लाख रुपये खर्च नहीं हुए और राहुल के 72 हजार रुपये आ गए' के माध्यम से राजनीतिक दलों के वादों पर करार व्यंग्य कसा। दर्शकों ने इसका तालियों के साथ स्वागत किया। 
मशहूर शायर नवाज देवबंदी ने उत्तराखंड के पलायन के दर्द को शब्दों में इस तरह पिरोया की पूरा पंडाल तालियों से गूंज उठा। उन्होंने अपनी कविता 'ओ शहर जाने वाले ये बूढे शजर(पेड़) न बेच, मुमकिन है लौटना पड़े गांव का घर न बेच' के माध्यम से पलायन की चिंता को बयां किया। कवि सम्मेलन का संचालन करते हुए देश के चर्चित कवि डॉ. प्रवीण शुक्ल ने अपनी हास्य प्रस्तुतियों से दर्शकों को खूब हंसाया। उनकी काव्य प्रस्तुति 'मैंने जिन से कहा यदि संभव हो तो भारत से भ्रष्टाचार भगा दो' को खूब पंसद किया। 
हास्य कवि सुदीप भोला अपनी हास्य कविता के माध्यम से कार्यक्रम में रंग जमा दिया। इस अवसर पर मुख्य संरक्षक आर सी घनशाला विश्वविद्यालय के पदाधिकारी, शिक्षक और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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