विदेश जाकर करेंगे मेट्रो का अध्ययन: त्रिवेंद्र
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि प्रदेश में मेट्रो अथवा पर्सनलाइज्ड रेपिड ट्रांजिट सिस्टम (पीआरटीएस) में से कौन सी योजना ज्यादा मुफीद है इसके लिए जल्द ही एक टीम अध्ययन के लिए विदेश का दौरा करेगी।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि प्रदेश में मेट्रो अथवा पर्सनलाइज्ड रेपिड ट्रांजिट सिस्टम (पीआरटीएस) में से कौन सी योजना ज्यादा मुफीद है, इसके लिए जल्द ही एक टीम अध्ययन के लिए विदेश का दौरा करेगी। इसके बाद इनमें से किसी योजना पर आगे काम किया जाएगा। उन्होने संशोधित मोटरयान अधिनियम को सुरक्षा के लिए अहम बताते हुए इसे लेकर किए जा रहे विरोध को राजनीतिक करार दिया है। उन्होंने प्रदेश में विभिन्न विभागों में भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने की बात भी कही है।
प्रदेश में यातायात की समस्या को देखते हुए यहां मेट्रो रेल चलाई जानी प्रस्तावित है। इसमें आ रहे भारी खर्च और प्रदेश की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए अब सरकार अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रही है। इस कड़ी में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक प्रतिनिधमंडल का यूरोप दौरा प्रस्तावित है। बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही विदेश जाकर इस संबंध में व्यापक अध्ययन किया जाएगा।
संशोधित मोटर यान अधिनियम में कंपाउंडिंग की दरों में संशोधन किए जाने के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वतीय प्रदेश होने के नाते कुछ धाराओं में राहत दी गई है लेकिन जहां भी खतरे की संभावनाएं हैं वहां दंड के प्रावधान में बदलाव नहीं किया गया है। देश के कुछ प्रदेशों द्वारा इसे लागू न किए जाने को मुख्यमंत्री ने राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि यह समझने की जरूरत है कि यह सीधा आमजन की सुरक्षा से जुड़ा मसला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है। जो मसले लंबित है उन पर तेजी से काम किया जा रहा है। फिलहाल, प्रदेश में सात-आठ हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है।