महिला अफसरों से गवर्नर ने की स्वरोजगार पर चर्चा
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने महिला स्वयं सहायता समूहों तथा एकल महिलाओं के लिए होप पोर्टल के माध्यम से कौशल विकास के कार्यक्रम संचालित करने को कहा है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने महिला स्वयं सहायता समूहों तथा एकल महिलाओं के लिए होप पोर्टल के माध्यम से कौशल विकास के कार्यक्रम संचालित करने को कहा है। उन्होंने महिलाओं के लिए मास्क निर्माण, बेकरी उद्योग और अन्य घरेलू उत्पादों के निर्माण के अवसर सृजित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
राज्यपाल ने गुरुवार को देहरादून में तैनात महिला अधिकारियों से कोविड-19 के कारण लॉकडाउन से प्रभावित महिलाओं के मुद्दों पर चर्चा की। राज्यपाल ने राज्य की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती, सीडीओ देहरादून नितिका खंडेलवाल, अतिरिक्त सिटी मजिस्ट्रेट आकाक्षा और एसपी सिटी श्वेता चौबे से बात की। राज्यपाल ने महिलाओं के लिए स्वरोजगार के प्रयासों और घरेलू हिंसा के मामलों पर चर्चा की। उन्होंने स्वास्थ्य महानिदेशक को आशा कार्यकर्ताओं, महिला डॉक्टर, नर्सो तथा अन्य महिला स्टॉफ के हितों का पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए। एसपी सिटी से महिला पुलिस काíमकों की काउंसिलिंग के साथ-साथ समाज में महिलाओं को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने पर चर्चा की। राज्यपाल ने कहा कि घरेलू हिंसा के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाने के साथ ही इसे रोकने के लिए काउंसिलिंग और हेल्पलाइन नंबरों की व्यवस्था की जानी चाहिए। कोविड-19 के दौर में महिला काíमकों को अपने कार्य के साथ ही परिवार का भी ध्यान रखना होता है। ऐसे में मानसिक तनाव का सामना करने के लिए उनकी पर्याप्त काउंसिलिंग और सहायता होनी चाहिए।
एपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि लॉकडाउन फेज में महिला हेल्पलाइन पर कॉल की संख्या बढ़ गई थी। जिले में लगभग 300 महिला पुलिस काíमक तैनात हैं, जिनसे लगातार संवाद बनाए रखा जाता है। सीडीओ नितिका खंडेलवाल ने बताया कि जिले में महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 60 लाख रुपये के पांच लाख फेस मास्क तैयार किए गए। इस दौरान राज्यपाल के सचिव बृजेश कुमार संत भी मौजूद थे।