महिलाएं भारतीय अर्थव्यवस्था की हैं धुरी : राज्यपाल बेबी रानी मौर्य
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कैट के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं भारतीय अर्थव्यवस्था की धुरी हैं।
देहरादून, जेएनएन। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कन्फेडरेशन आफ आल इण्डिया ट्रेडर्स (कैट) के कार्यक्रम को संबोधित किया। यह आनलाइन सम्मेलन (वेबिनार) कैट से जुड़ी महिला उद्यमियों के लिये आयोजित किया गया था।
राज्यपाल मौर्य ने कहा कि महिलाएं भारतीय अर्थव्यवस्था की धुरी हैं और देश के विभिन्न भागों में उनकी भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। राज्यपाल ने उत्तराखंड का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे यहां की महिलाएं अर्थव्यवस्था में अपना योगदान दे रही हैं। राज्यपाल ने वेबिनार में जुड़ी महिला उद्यमियों की लॉकडाउन से संबंधित समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना। पिथौरागढ़ में महिला स्वयं सहायता समूहों के लिये काम करने वाली पूर्वी सरकार ने उत्पादों के परिवहन में आ रही समस्या के बारे में बताया। उन्होंने बुरांश, माल्टा के जूस और देशी घी की पैकेजिंग और बाजार तक पहुंचने में आ रही दिक्कतों के बारे में बताया।
राज्यपाल ने उत्तराखंड की महिला उद्यमियों को आश्वस्त किया कि वे उनकी समस्याओं और सुझावों पर मुख्यमंत्री से बात करेंगी और शीघ्र ही समाधान किया जाएगा। उन्होंने वेबिनार के संचालक से पूरी कॉन्फ्रेंस में प्राप्त समस्याओं और सुझावों की सारांश रिपोर्ट मांगी, जिसके आधार पर वे भारत सरकार को भी पत्र लिखेंगी।
राज्यपाल ने महिला उद्यमियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि नारी शक्ति स्वरूप है। इस लॉकडाउन के समय में भी महिलाएँ अपने परिवार और व्यापार के हित में एकत्रित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को जैविक कृषि, जड़ी-बूटी, स्थानीय हस्तशिल्प के क्षेत्र में आर्थिक अवसर उपलब्ध कराना जरूरी है। वेबिनार में महिला उद्यमियों ने आर्गेनिक उत्पादों पर कर छूट, समयबद्ध परिवहन एवं ढुलाई सुविधा, बैंकों से आसान लोन आदि विषयों पर बात रखी।
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वेबिनार में देश के विभिन्न शहरों से महिला उद्यमी जुड़ी थीं। इसमें उत्तराखंड की रेखा अरोड़ा, किरन नौटियाल, पूर्वी सरकार ने राज्यपाल से बात की। कैट के महासचिव प्रवीन कुमार ने बताया कि कैट भारत में व्यापार संगठनों की सर्वोच्च संस्था है। इससे 40 हजार व्यापार संगठनों के लगभग सात करोड़ व्यापारी जुड़े हुए हैं।
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