हक-हकूकधारी महापंचायत ने की मांग, देवस्थानम एक्ट को वापस ले सरकार Dehradun News
हक-हकूकधारी महापंचायत के सदस्यों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि देवस्थानम एक्ट को वापस लिया जाए।
ऋषिकेश, जेएनएन। हक-हकूकधारी महापंचायत के सदस्यों ने गंगा पूजन और दुग्ध अभिषेक कर श्राइन बोर्ड के खिलाफ डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा पीआइएल दाखिल करने उनका आभार व्यक्त किया। उनकी दीर्घायु की कामना की। सभी हक हकूकधारी और तीर्थ पुरोहितों ने मिलकर गंगा मां से धर्म की रक्षा के लिए व्याकरणाश्चार्य पंडित महेंद्र नारायण शुक्ला के सानिध्य में यज्ञ संपन्न किया। इस दौरान उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि देवस्थानम एक्ट को वापस लें।
इस दौरान हक-हकूकधारी महापंचायत के अध्यक्ष कृष्णकांत कोठियाल ने त्रिवेंद्र सरकार और केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार के पास अभी मौका है इस एक्ट को वापस ले। उत्तराखंड को कश्मीर बनाने की कोशिश न करे। पंडित विनोद शुक्ला ने कहा कि चार धाम से पूरे भारत और पूरे विश्व में एक संदेश जाता है। इसलिए यहां की व्यवस्थाओं में छेड़छाड़ कर स्थानीय कारोबारी और तीर्थ पुरोहितों को परेशान ना किया जाए।
कोषाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण जुगडाण कहा कि अनादि काल से शंकराचार्य पद्धति से चली आ रही पूजा-पाठ व्यवस्था और यात्रियों का आवागमन अनवरत चलता रहना चाहिए। सरकार को भारतीय संस्कृति से छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। उस पर भी उत्तराखंड को विश्व स्तर की पहचान दिलाने वाले तीर्थ स्थलों पर अपनी गिद्ध दृष्टि नहीं डालनी चाहिए।
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इस अवसर पर हक हकूक धारी महापंचायत के अध्यक्ष पं. कृष्णकांत कोठियाल, कोषाध्यक्ष पं. लक्ष्मीनारायण जुगडाण, केदार सभा अध्यक्ष पं. विनोद शुक्ला, महामंत्री कुबेरनाथ पोस्ती, विशेष आमंत्रित सदस्य पं. रवि शास्त्री, देवेश चंद्र शुक्ला, राजेश शुक्ला, प्रभात शुक्ला, सुशील शुक्ला, अरुण शुक्ला, दीर्घायु अवस्थी, महेंद्र शुक्ला आदि उपस्थित थे।
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