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गैसरैंण में शीतकालीन सत्र को लेकर मौसम ने बढ़ाई सरकार की चिंता

गैरसैंण में सात दिसंबर यानी गुरुवार से शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। सत्र से पहले लगातार बदलता मौसम सरकार की पेशानी पर बल बढ़ा रहा है।

By BhanuEdited By: Published: Wed, 06 Dec 2017 10:28 AM (IST)Updated: Wed, 06 Dec 2017 09:29 PM (IST)
गैसरैंण में शीतकालीन सत्र को लेकर मौसम ने बढ़ाई सरकार की चिंता
गैसरैंण में शीतकालीन सत्र को लेकर मौसम ने बढ़ाई सरकार की चिंता

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: गुरुवार सात दिसंबर से गैरसैंण में होने वाले शीतकालीन सत्र से पहले लगातार बदलता मौसम सरकार की पेशानी पर बल बढ़ा रहा है। मौसम विभाग ने भी आने वाले दिनों में पर्वतीय इलाकों में वर्षा और बर्फवारी का पूर्वानुमान जताया है।

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गैरसैंण में सात दिसंबर यानी गुरुवार से शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। शीतकाल के दौरान गैरसैंण में सत्र कराने को लेकर सरकार पर पहले से ही सवाल उठ रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश भी दिसंबर के सर्द मौसम में सत्र कराने का विरोध कर चुकी है। उनका कहना था कि इस दौरान कर्मचारियों व सत्र में आने वाले अन्य लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 

उन्होंने सरकार की ओर से सत्र के लिए कराई गई व्यवस्थाओं को भी नाकाफी बताया था। हालांकि, सरकार अपने निर्णय पर अडिग रही। गैरसैंण में अधिकारियों का पहुंचना शुरू भी हो गया है। सचिव विधानसभा भी गैरसैंण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में सत्र की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए पहुंच चुके हैं। 

गैरसैंण में आज कैबिनेट के साथ ही कार्यमंत्रणा की बैठक भी होनी है। इसके लिए अधिकारी भी गैरसैंण पहुंच चुके हैं। वहीं, लगातार खराब होते मौसम से सरकार को अब सत्र को लेकर चिंता होने लगी है। 

हालांकि, सरकार यह दावा कर रही है कि सत्र कराने के लिए तमाम सुविधाएं मुहैया करा दी गई हैं और किसी को कोई परेशानी नहीं होगी। संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत ने भी विधानसभा में सत्र की तैयारियों को लेकर चर्चा की।

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