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चारधाम यात्रियों की जेब ढीली करेगा जीएमवीएन, संयुक्त रोटेशन देगा राहत

इस बार चारधाम यात्रा में गढ़वाल मंडल विकास निगम यात्रियों की जेब ढीली करेगा। निगम ने वाहनों और होटलों की किराया बढ़ा दिया है।

By BhanuEdited By: Published: Wed, 06 Mar 2019 10:08 AM (IST)Updated: Wed, 06 Mar 2019 08:22 PM (IST)
चारधाम यात्रियों की जेब ढीली करेगा जीएमवीएन, संयुक्त रोटेशन देगा राहत
चारधाम यात्रियों की जेब ढीली करेगा जीएमवीएन, संयुक्त रोटेशन देगा राहत

देहरादून, जेएनएन। इस बार चारधाम यात्रा में गढ़वाल मंडल विकास निगम यात्रियों की जेब ढीली करेगा। निगम ने वाहनों और होटलों की किराया बढ़ा दिया है। वहीं, यात्रा का संचालन करने वाली संस्था संयुक्त रोटेशन ने अपनी बसों का किराया न बढ़ाने का निर्णय लिया है। 

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गढ़वाल मंडल विकास निगम(जीएमवीएन) ने चारधाम यात्रा के लिए होटल और वाहनों का नया टैरिफ जारी कर दिया है। नए टैरिफ के आधार पर होटल में रहना पांच से 15 फीसद और वाहनों से सफर करना 15 फीसद महंगा हो गया है।

चारधाम यात्रा को लेकर गढ़वाल मंडल विकास निगम यात्रा समाप्त होने के बाद होटलों, कैंप, टैंट कॉलोनी और वाहनों का टैरिफ बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी थी। इस पर कई दौर की बैठकें होने के बाद निगम ने नए टैरिफ को अंतिम रूप दे दिया है। 

नए टैरिफ में होटलों की लोकेशन और मांग के अनुरूप पांच से 15 फीसद तक किराया बढ़ाया गया है। इससे निगम को आय में इजाफा होने की उम्मीद है। इसी तरह वाहनों में पेट्रोल, डीजल और मेंटेनेंस की दरें बढ़ने के कारण किराये में 15 फीसद की बढ़ोत्तरी की गई है। 

निगम नए टैरिफ को वेबसाइट से लेकर सभी बंगलों, पीआरओ सेंटर, यात्रा कार्यालय में प्रचार के लिए उपलब्ध करा देगा। अब चारधाम यात्रा के लिए होने वाली बुकिंग नए टैरिफ के आधार पर होगी। 

निगम के महाप्रबंधक बीएल राणा  के अनुसार नए टैरिफ पर निर्णय हो गया है। होटलों में लोकेशन और मांग के अनुरूप किराया बढ़ाया गया है, जबकि वाहनों का किराया भी रिवाइज किया गया है। इससे निगम को आय में इजाफे की उम्मीद है। 

निगम की वेबसाइट पर चारधाम यात्रा का पुराना शेड्यूल

उत्तराखंड के चार धामों के कपाट खुलने की तिथि का शेड्यूल जारी हो गया है। बावजूद इसके गढ़वाल मंडल विकास निगम की वेबसाइट पर 2018 का यात्रा शेड्यूल दर्शाया जा रहा है। इससे देश-विदेश से चारधाम यात्रा पर आने वाले लोगों के बीच भ्रम की स्थिति है। निगम की यह लापरवाही प्रदेश के पर्यटन और तीर्थाटन को नुकसान पहुंचाने के साथ ही सरकार की डिजिटल योजना पर भी सवाल खड़े कर रही है। 

डिजिटल के दौर में गढ़वाल मंडल विकास निगम फिसड्डी साबित हो रहा है। पिछले साल चारधाम यात्रा के एन मौके पर निगम की वेबसाइट खराब हो गई थी। इससे चारधाम यात्रा की बुकिंग कराने में पर्यटक और तीर्थयात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। 

वेबसाइट को ठीक करने में फेल निगम को मजबूरी में पुरानी वेबसाइट पर वापस आना पड़ा। इससे निगम की खासी किरकिरी की। इन सब के बीच इस साल भी निगम की डिजिटल तैयारी पिछले साल से बदतर दिख रही है। इस साल चारों धाम गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बदरीनाथ के कपाट खुलने की तिथि जारी हो गई हैं। इसके अलावा हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने की भी घोषणा हो गई है।

अपडेट को लेकर बुलाएंगे बैठक 

जीएमवीएन के अध्यक्ष महावीर सिंह रांगड़ के अनुसार यह गंभीर लापरवाही है। इस संबंध में अधिकारियों से जानकारी मांगी जाएगी कि पुराना शेड्यूल क्यों प्रचारित हो रहा है। साइट को अपडेट करने के लिए जल्द बैठक बुलाई जाएगी। 

इस वर्ष नहीं रोटेशन नहीं बढ़ाएगी यात्रा का किराया

पिछले चार दशक से चार धाम यात्रा का संचालन करने वाली प्रमुख परिवहन कंपनियों की संस्था संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति इस वर्ष चार धाम यात्रा के किराए में किसी भी प्रकार की वृद्धि नहीं करेगी। बस टर्मिनल कंपाउंड स्थित मुख्यालय में संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति की बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि इस वर्ष चार धाम यात्रा का किराया गत वर्ष के समान रहेगा। इस बार किसी भी प्रकार की किराए में वृद्धि नहीं की जाएगी।

बैठक में यह भी तय किया गया कि नई कार्यकारिणी के गठन के लिए 12 मार्च को रोटेशन की बैठक बुलाई जाएगी। बैठक में परिवहन कंपनियों के पदाधिकारियों और संचालकों ने इस बात पर नाराजगी जताई कि गत वर्ष बाहरी प्रांतों से बड़ी संख्या में बसे हरिद्वार से संचालित की गई थी, जो कि परमिट शर्तों का स्पष्ट उल्लंघन है। 

इसके लिए शासन को अवगत कराकर कार्रवाई के लिए वार्ता की जाएगी। बैठक निर्णय लिया गया कि दिल्ली प्रांत में प्रदूषण के कारण डीजल वाहनों का पंजीकरण बंद किया जा चुका है। वहां के वाहन स्वामी छद्म नाम और पते से उत्तराखंड में अपने वाहन पंजीकरण करा रहे हैं। समिति इसका विरोध करते हुए प्रशासन से कार्रवाई की मांग करेगी। 

समिति सदस्यों ने कहा कि कंपनियों के वाहनों का लोकल किराया उत्तराखंड परिवहन निगम के बराबर होना चाहिए। क्योंकि सभी की प्रमुख शर्तें एक समान है। इस संबंध में भी शासन से वार्ता की जाएगी। 

बैठक में रोटेशन के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल, टीजीएमओ के अध्यक्ष प्रीतम सिंह नेगी, यातायात परिवहन कंपनी के अध्यक्ष मनोज ध्यानी, रूपकुंड कंपनी के अध्यक्ष भूपाल सिंह नेगी, दून वैली के अध्यक्ष कृष्णा पंत, रोटेशन के पूर्व अध्यक्ष सुधीर राय, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शूरवीर सिंह रावत, उपाध्यक्ष नवीन चंद्र रमोला, बलबीर सिंह रौतेला, विजय पाल सिंह धने, विपिन सिंह चंद, जीएमसीसी के अध्यक्ष संजय शास्त्री, विनोद भट्ट, द्वारिका कोठारी, मनोहर सिंह रौतेला, योगेश उनियाल, देवेंद्र सिंह रावत, रोटेशन प्रभारी मदन कोठारी, चंदन सिंह पवार, प्रशासनिक अधिकारी बृज भानु प्रकाश गिरी आदि मौजूद रहे। 

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