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नोटिस से भड़के टाउनशिप के लोग, किया हंगामा

जागरण संवाददाता ऋषिकेश आइडीपीएल की समस्त भूमि 27 नवंबर से पहले उत्तराखंड सरकार को

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 05:30 AM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 05:30 AM (IST)
नोटिस से भड़के टाउनशिप के लोग, किया हंगामा
नोटिस से भड़के टाउनशिप के लोग, किया हंगामा

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश:

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आइडीपीएल की समस्त भूमि 27 नवंबर से पहले उत्तराखंड सरकार को हस्तांतरित कर दी जाएगी। संस्थान को वन विभाग की ओर से जारी की गई लीज समाप्त होने जा रही है। इसके साथ ही टाउनशिप में रहने वाले नागरिकों को बेदखली का भय सताने लगा है। प्रबंधन की ओर से इन सभी को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। गुरुवार को दिल्ली से संस्थान के महाप्रबंधक संजय सिंह यहां पहुंचे। इनसे वार्ता के लिए गए नागरिकों को सुरक्षाकर्मियों ने रोका। इस दौरान धक्का-मुक्की में चार महिलाएं चोटिल हो गई। नागरिकों ने राज्य सरकार से यथास्थिति बनाए रखने की मांग की है।

आइडीपीएल के दिल्ली स्थित मुख्यालय से महाप्रबंधक संजय सिंह गुरुवार को प्रशासनिक भवन पहुंचे। आवासीय कल्याण समिति के बैनर तले स्थानीय नागरिक महाप्रबंधक से मिलने के लिए यहां पहुंचे। प्रशासनिक भवन के भूतल पर इन सभी को तैनात सुरक्षाकर्मियों ने आगे जाने से रोक दिया। इस दौरान नागरिकों ने अपनी बात को महाप्रबंधक पहुंचाने का आग्रह किया। इन्हें नहीं जाने दिया गया, इस बीच सुरक्षाकर्मियों ने जोर से दरवाजा बंद किया। दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की हो गई। इस दौरान नीलम चंदानी, मंजू रावत, सारिका के हाथों में चोट लग गई। इसके बाद नागरिकों का गुस्सा भड़क गया और हंगामा शुरू कर दिया। जिसके बाद महाप्रबंधक ने बातचीत के लिए कार्यालय में बुलाया। महाप्रबंधक और अन्य अधिकारियों के समक्ष आवासीय कल्याण समिति की अध्यक्ष रामेश्वरी चौहान और सचिव सुनील कुटलैहडिया ने नागरिकों का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि संस्थान की ओर से यहां रह रहे लोग को जो नोटिस जारी किए जा रहे हैं। उसमें एक शर्त 30 दिन के भीतर भवन खाली करने की भी है। जिसे हम स्वीकार नहीं करते हैं। समिति सदस्यों ने कहा कि वीआरएस व अन्य प्रकरण संबंधित करीब 250 कर्मचारियों की देनदारी का मामला अभी तक लंबित है। उनके साथ सभी को नोटिस दिया जाना न्याय संगत नहीं है।

समिति ने चेतावनी दी कि यदि नोटिस वापस ना लिए गए तो सभी लोग पानी और बिजली के बिलों की अदायगी बंद कर देंगे। समिति ने महाप्रबंधक से यह भी मांग की कि 27 नवंबर से पूर्व भूमि और संपत्ति हस्तांतरण की प्रक्रिया वर्तमान में यथास्थिति के साथ पूर्ण की की जाए। महाप्रबंधक की ओर से इस संबंध में उच्चाधिकारियों से वार्ता करने की बात कही गई। उन्होंने महिलाओं के चोटिल होने पर खेद व्यक्त किया। इस पूरे प्रकरण में महाप्रबंधक संजय सिंह ने मीडिया के समक्ष कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया।

समिति की ओर से मौके पर नीलम, सारिका, नंदनी, मौली करमाकर, मंजू, सुनीता, नेहा, महावीर सिंह, उर्मिला गुप्ता, कृष्णा, सरोज, अभिषेख, आदित्य, ऋषि, सुधीर, ओम गुप्ता, धर्म मित्रा, राजकुमार, ऋतु, दया, सरिता, संजीव, मराछु राम, हैप्पी आदि मौजूद रहे।

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आइडीपीएल की भूमि पर प्रस्तावित है विश्वस्तरीय कन्वेंशन सेंटर

आइडीपीएल की भूमि पर केंद्र सरकार की ओर से विश्व स्तरीय कन्वेंशन सेंटर व अन्य पर्यटन संबंधी गतिविधियां संचालित करने की योजना बनाई गई है। 200 एकड़ भूमि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान को दी जानी है। संस्थान को वन विभाग की ओर से जो लीज जारी की गई थी उसकी अवधि 27 नवंबर को समाप्त होने जा रही है। इससे पूर्व प्रबंधन की ओर से समस्त भूमि और संपत्ति राज्य सरकार को हस्तांतरित की जानी है। जिसके बदले 235 करोड़ रुपया आइडीपीएल संस्थान को प्राप्त हो गया है।


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