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देहरादून: बेटी की सही देखभाल नहीं हुई तो मां ने स्वास्थ्य मंत्री को मिला दिया फोन, पीड़ा सुन देर शाम पहुंचे अस्पताल

दून अस्पताल में भर्ती एक युवती की सही देखभाल नहीं होने पर महिला ने स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत को फोन लगा दिया। मंत्री बिना देर किए अस्पताल पहुंच गए और काफी नाराजगी जताई। साथ ही दिशा निर्देभ भी दिए।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Wed, 13 Oct 2021 11:36 PM (IST)Updated: Wed, 13 Oct 2021 11:44 PM (IST)
देहरादून: बेटी की सही देखभाल नहीं हुई तो मां ने स्वास्थ्य मंत्री को मिला दिया फोन, पीड़ा सुन देर शाम पहुंचे अस्पताल
दून अस्पताल में भर्ती युवती की मां ने स्वास्थ्य मंत्री को किया फोन।

जागरण संवाददाता, देहरादून दून मेडिकल कालेज अस्पताल में मरीजों को अपनी बीमारी के साथ-साथ व्यवस्था के मर्ज से भी जूझना पड़ रहा है। ऐसी ही कुछ मुश्किल यहां भर्ती श्रीनगर निवासी  20 वर्षीय युवती के परिवार को झेलनी पड़ी।अस्पताल की अव्यवस्था देख युवती की मां ने स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत को फोन मिला दिया। फोन पर ही रुआंसा होकर कहा कि न कोई उनकी बेटी को ठीक ढंग से देख रहा है और न उसे चढ़ाने के लिए प्लेटलेट्स का इंतजाम हो पा रहा है।  इस पर स्वास्थ्य मंत्री देरशाम खुद अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने इस पर नाराजगी जाहिर की। प्लेटलेट्स का इंतजाम कराने के साथ ही चिकित्सकों को निर्देश दिए कि युवती के इलाज में कमी न रहे। दरअसल, श्रीनगर निवासी खुशबू रावत को नाक व मुंह में ब्लीडिंग के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके प्लेटलेट्स भी डाउन थे, तो चिकित्सक ने स्वजन को इसका इंतजाम करने की सलाह दी। स्वजन यहां-वहां धक्के खाते रहे पर काफी मशक्कत के बाद भी प्लेटलेट्स का इंतजाम नहीं हुआ। वहीं युवती की स्थिति में भी बहुत सुधार नहीं दिख रहा था। ऐसे में युवती की मां ने स्वास्थ्य मंत्री को फोन पर दिया और उन्हें अपनी आपबीती सुनाई।

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इस पर मंत्री ने अस्पताल पहुंचकर चिकित्सक व स्टाफ की क्लास ली। उनका कहना था कि इस तरह की स्थिति आइंदा नहीं होनी चाहिए। मरीज की हर जरूरत के लिए चिकित्सक व स्टाफ जिम्मेदार है। अस्पताल प्रबंधन इस बात का पूरा ख्याल रखे कि भर्ती मरीज या तीमारदार को किसी तरह की दिक्कत न उठानी पड़े। क्योंकि अस्पताल व्यक्ति तभी आता है जब वह तकलीफ में होता है। उसे  व्यवस्थागत खामी के चलते और दिक्कत नहीं होनी चाहिए।

इधर, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. केसी पंत का कहना है कि युवती के नाक से ब्लीडिंग नहीं रुक रही थी। पर अब स्थिति बेहतर है। तीन यूनिट प्लेटलेट का इंतजाम अस्पताल के ब्लड बैक से किया गया है, जबकि चार यूनिट आइएमए ब्लड बैैंक से मंगवा लिया है। चिकित्सक युवती को देख रहे हैैं।


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