उत्तराखंड में जनरल-ओबीसी एसोसिएशन को व्यापक बनाने की तैयारी, ये है योजना
उत्तराखंड जनरल ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन के रविवार को हुए वेबिनार में संगठन को व्यापक बनाने पर चर्चा की गई।
By Edited By: Published: Sun, 31 May 2020 06:24 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 01:49 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड जनरल-ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन के रविवार को हुए वेबिनार में संगठन को व्यापक बनाने पर चर्चा की गई। पदाधिकारियों ने कहा कि बिना आरक्षण पदोन्नति बहाली की जीत एकजुटता के ही बूते पर मिली। कुछ संगठन हमसे अलग होकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं, लेकिन हम एसोसिएशन को व्यापक बनाते हुए इससे निगम, संविदा कर्मियों और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों से लेकर बेरोजगारों तक को जोड़ेंगे। वहीं, अब एसोसिएशन का उद्देश्य 1997 से आरक्षण के आधार पर पदोन्नति पाने वालों को रिवर्ट कराना, एट्रोसिटी एक्ट को खत्म कराना और सीधी भर्ती के नवीन रोस्टर में पहला पद अनारक्षित वर्ग को दिलाने का होगा।
बैठक में एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा कि संगठन की शक्ति का ही असर था कि बिना आरक्षण पदोन्नति बहाली कराने में कामयाब हुए। लेकिन कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति के लिए अब एसोसिएशन से अलग हो गए हैं। ऐसे लोगों को उनके कर्मचारी सदस्यों के ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है। चंपावत के राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र प्रकाश जोशी और उनकी कार्यकारिणी के कुछ सदस्यों ने परिषद से त्याग-पत्र तक दे दिया।
लेकिन एसोसिएशन ने समझाया कि वह अपने मूल संगठन में बने रहें और त्याग-पत्र तत्काल वापस लें। इसी तरह की बात और भी कई जिलों से सामने आई है। वहीं, एसोसिएशन के प्रांतीय महामंत्री वीरेंद्र सिंह गुसाई ने कहा कि संगठन की अगले सप्ताह फिर से बैठक होगी। जिसमें आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
इसके साथ ही जिन लोगों की ओर से एसोसिएशन पर तमाम तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं, उनका एक-एक कर जवाब दिया जाएगा। जल्द ही एक साल का वार्षिक लेखा प्रतिवेदन भी सार्वजनिक किया जाएगा। बैठक में हरिद्वार, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, पौड़ी, टिहरी के पदाधिकारियों समेत सौ से अधिक लोग बैठक में शामिल हुए।
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