अमेरिका के ऐसे परिवार से हूं, जिनका गांधी के विचारों ने बदला जीवन
लतिका रॉय फाउंडेशन की सह-संस्थापक व कार्यकारी निदेशक जो चोपड़ा मैक्गोवन ने बताया कि वे महात्मा गांधी के विचारों से बेहद प्रभावित हैं।
देहरादून, [जेएनएन]: डब्ल्यूआइसी इंडिया में '37 साल से यहीं हूं', विषय पर आयोजित सत्र में लतिका रॉय फाउंडेशन की सह-संस्थापक व कार्यकारी निदेशक जो चोपड़ा मैक्गोवन ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि वे गांधी के जीवन और उनके विचारों से बेहद प्रभावित है। इसी विचार ने उनकी जिदंगी बदल दी।
वार्ता के दौरान जो चोपड़ा मैक्गोवन ने बताया कि वह अमेरिका के एक ऐसे परिवार से हैं जो मूल रूप से गांधी के विचारों को आत्मसात कर चलते हैं। उन्होंने बताया कि भारत आना उनके लिए बिल्कुल अलग अनुभव था। जब वह 1981 में भारत आई तो यहां केवल एक टीवी चैनल था। कई तरह की दिक्कतें उन्हें नजर आई। जो ने कहा कि उन्हें यहां भाषा संबंधी दिक्तत आई, जिसके लिए उन्होंने मसूरी के एक स्कूल में तीन महीने हिंदी सीखी। इसके बाद वह आसानी से हिंदी बोल व समझ सकती हैं।
लतिका रॉय फाउंडेशन की स्थापना के बारे में उन्होंने बताया कि पहले देहरादून में लर्निंग डिसेबिलिटी बच्चों के लिए कोई स्कूल नहीं था, जिस कारण उन्होंने लतिका रॉय फाउंडेशन की स्थापना की। इसके बाद उन्होंने एक जागरूकता अभियान चलाया। जो ने भारत में हो रहे परिवर्तनों के बारे में कहा कि, जब वह भारत आई तब यहां बहुत कम स्वयं सेवी संगठन थे, लेकिन अब यहां कई संगठन बन चुके हैं और सभी मिलकर कार्य करते हैं। कहा कि जब लोग जागरूक होते हैं तभी वे अपने अधिकारों को समझते हैं। इसलिए जागरूक होना बेहद जरूरी है।
यह भी पढ़ें: भारत-चीन व्यापार में इस उत्पाद पर निर्यात कर खत्म, मिलेगा फायदा
यह भी पढ़ें: रीटेल ब्रांडिंग में जरूरी है कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट
यह भी पढ़ें: रीटेल ब्रांडिंग से ऐसे बढ़ाएं व्यवसाय में अपना मुनाफा